परिजन बोले: थाना प्रभारी आरोपी छात्र को बचा रहा तो एएसआइ दबाव डाल रहा
जागरण संवाददाता, जींद : छात्र अंकुश के शव को जींद-छात्र अंकुश के शव को जींद-पानीपत मार्ग पर रखने के बाद ग्रामीणों के बीच में पहुंचे एसएसपी डॉ. अरूण ¨सह के सामने पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस में तैनात पुलिस कर्मियों की कई खामियां सामने आई। छात्र अंकुश के फूफा अंबाला निवासी गुलाब ने बताया कि वह बुढ़ाखेड़ा के सरपंच को लेकर रविवार को पिल्लूखेड़ा थाने में गया तो वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों का व्यवहार ठीक नहीं था। जब उसने चाकूबाजी के मामले के जांच अधिकारी के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। रखने के बाद ग्रामीणों के
जागरण संवाददाता, जींद : छात्र अंकुश के शव को जींद-पानीपत मार्ग पर रखने के बाद ग्रामीणों के बीच में पहुंचे एसएसपी डॉ. अरूण ¨सह के सामने पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस में तैनात पुलिस कर्मियों की कई खामियां सामने आई। छात्र अंकुश के फूफा अंबाला निवासी गुलाब ने बताया कि वह बुढ़ाखेड़ा के सरपंच को लेकर रविवार को पिल्लूखेड़ा थाने में गया तो वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों का व्यवहार ठीक नहीं था। जब उसने चाकूबाजी के मामले के जांच अधिकारी के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस दौरान एएसआई कहने लगा कि लोग ऐसे ही शिकायत करते हैं, पिछले बार एक गांव के मामले में मेरे पर आरोप लगाए थे, इस पर वह लाइन हाजिर हो गया था, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद अपने दम पर फिर से इसी थाने में ड्यूटी लगवा ली। इस पर एसएसपी डॉ. अरूण ¨सह ने तुरंत ही सफीदों के डीएसपी सुनील कुमार को पास बुलाकर आदेश दिए कि तुरंत ही एएसआई रणबीर ¨सह को लाइन हाजिर किया जाए, इस तरह के व्यवहार करने वाले कर्मचारी लाइन में ही ठीक रहेंगे। चाकूबाजी में शिकायतकर्ता घायल छात्र सत¨वद्र ने इसी बीच में पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी द्वारा उस पर एक आरोपित छात्र को बचाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। इस पर शुरुआत में एसएसपी ने पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी से जांच वापस लेने के लिए कहा, लेकिन ग्रामीणों ने उस पर कार्रवाई करने की मांग की। इस पर एसएसपी ने थाना प्रभारी किशोरी को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए।
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चाचा रोते हुए बोला: स्कूल का प्राचार्य मेरा अच्छा जानकार, फिर भी नहीं दी जानकारी
मृतक अंकुश के चाचा वीरभान ने रोते हुए बताया कि शनिवार को वह स्कूल के बाहर से 7:50 बजे निकला था। जहां पर आरोपित छात्र के परिजन स्कूल के बाहर हंगामा किए हुए थे, लेकिन उस समय उसे पता नहीं था कि उनका झगड़ा उसके भतीजे अंकुश के साथ है। इसलिए वह स्कूल के आगे से निकल गया। थोड़ी ही देर के बाद पता चला कि उसके भतीजे अंकुश को चाकू मार दिए। बाद में उसको पता चला कि उसके भतीजे अंकुश पर एक दिन पहले भी आरोपितों ने हमला किया था और उसके भतीजे को घर पर नहीं बताने का दबाव डाला। स्कूल का प्राचार्य उसका अच्छा जानकार होने के बावजूद भी एक दिन पहले घटना की जानकारी नहीं दी। हमले वाले दिन भी छात्रों ने स्कूल के डीपीई सुरेंद्र को बताया था कि आरोपित छात्र बैग में चाकू लेकर आए हैं, लेकिन उसके बाद भी बैग की तलाशी नहीं ली।
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एसडीएम व डीएसपी के आश्वासन नहीं खोला जाम, एसएसपी के समझाने पर माने
गांव बुढ़ाखेड़ा में शव को मार्ग पर रखकर जींद-पानीपत मार्ग को जाम करने का पता चलते ही सफीदों के एसडीएम मनदीप कुमार व डीएसपी सुनील कुमार मौके पर पहुंच गए। जहां पर परिजनों को आश्वासन दिया कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी, लेकिन परिजन उनके आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए और एसएसपी को मौके पर बुलाने की बात पर अड़े रहे। बाद में एसएसपी डॉ. अरूण ¨सह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से लगभग डेढ़ घंटे तक एक-एक बात को गौर से सुना और उसके बाद एसआईटी से मामले की जांच का आश्वासन दिया।