राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ छात्र व शिक्षक हितों के लिए संघर्षरत : राजेश खर्ब
जींद के राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ छात्र व शिक्षक हितों में सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए 26 अप्रैल से सड़क से संसद तक संघर्षरत है।
जागरण संवाददाता, जींद: राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ छात्र व शिक्षक हितों में सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए 26 अप्रैल से सड़क से संसद तक संघर्षरत है। लगातार जिला प्रशासन, विधायकों और सांसदों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजे जा रहे हैं। यमुनानगर में शिक्षा मंत्री आवास घेराव के साथ-साथ 18 मई को भीषण गर्मी में मुख्यमंत्री आवास घेराव कर सरकार को चेतावनी दे चुके हैं।
संघ के राष्ट्रीय प्रतिनिधि राजेश खर्ब ने बताया कि सरकार के बुलावे पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव उमाशंकर से दो बार वार्तालाप के बावजूद सुनवाई नहीं होने से अध्यापकों में रोष है। एक तरफ तो सरकार और विभाग के अधिकारी अध्यापकों की मांगों को जायज ठहरा रहे हैं और दूसरी तरफ पत्र जारी करने में देरी व ढुलमुल रवैया सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़े करता है। जिला प्रधान रूपेंद्र गोयत ने बताया कि सरकारी स्कूलों में तीन वर्षों से पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध नहीं होने के जवाब में शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस बार शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले स्कूलों में किताबें पहुंच जाएंगी। लेकिन गर्मियों की छुट्टी शुरू होने वाली हैं औैर किताबें नहीं पहुंची। अध्यापकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेना सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहा है। एक तरफ शिक्षा का अधिकार के तहत निश्शुल्क शिक्षा की बात, तो दूसरी तरफ सरकारी संस्कृति माडल स्कूलों में फीस वसूली और निजी स्कूलों में फीस देने का प्रलोभन देने वाली सरकार की मंशा में साफ साफ झलक रहा है कि सरकार सार्वजनिक शिक्षा से पल्ला झाड़ना चाहती है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ सरकार के ऐसे जनविरोधी मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देगा।
इस अवसर पर सरदार जगजीत सिंह, तरुण सहवाग, सतीश, देवेंद्र व रामराज कादियान भी मौजूद रहे।