अवसाद और चिता से बचने के लिए शुरू करें कसरत : डॉ. राजेश
किसी भी तरह के अवसाद एवं चिता से बचने के लिए व्यक्ति के लिए कसरत करना बहुत जरूरी है। हम प्रतिदिन अभ्यास एवं सामान्य कसरत करके अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं।
संसू, नरवाना : किसी भी तरह के अवसाद एवं चिता से बचने के लिए व्यक्ति के लिए कसरत करना बहुत जरूरी है। हम प्रतिदिन अभ्यास एवं सामान्य कसरत करके अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं। यह कहना है नरवाना के फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. राजेश गुप्ता का। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के उपलक्ष्य में मरीजों को संदेश देते हुए डॉ. राजेश ने बताया कि यदि व्यक्ति मानसिक रूप से पीड़ित होगा तो उसका शारीरिक स्वास्थ्य कदापि अच्छा नहीं रह पाता। यह कसरत ही है, जो अवसाद व तनाव को दूर करने का वैज्ञानिक तरीका है। उन्होंने बताया कि दुनिया में हर चार में से एक व्यक्ति अपने जीवन काल में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्या को अनुभव करता है। इसमें कसरत जीवन की गुणवत्ता को सुधारती है और आत्मगौरव को बढ़ाती है। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि घुटने के दर्द से 20 प्रतिशत एवं अधरंग से 33 प्रतिशत पीड़ित लोग अवसाद को महसूस करते हैं। इस अवसाद से बचने का बेहतर तरीका दौड़ना, कसरत करना तथा शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना अत्यंत आवश्यक है।
शरीर के किसी हिस्से में दर्द अवसाद के कारण
डॉ. राजेश ने बताया कि शरीर के किसी भी हिस्से में किसी भी प्रकार के दर्द की वजह मनुष्य में अवसाद एवं तनाव का होना है। एक फिजियोथैरेपिस्ट भी रोगी के हाव-भाव और उसके मानसिक तनाव की जानकारी प्राप्त करके पीड़ित के शरीर में दर्द का निवारण करता है। इसलिए यदि हमें शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द से बचना है तो उसके लिए नित्य प्रति कसरत करें और अपनी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं।