नहीं खुले बाजार, दुकानों पर टांगे काले झंडे
लितानी रोड फाटक पर रेलवे द्वारा बनाए जाने वाले अंडरपास को फाटक के पास वाली रेलवे की जमीन पर बनाने की मांग को लेकर दुकानदारों ने दूसरे दिन भी रोष स्वरूप बाजार बंद रखा।
संवाद सूत्र, उचाना : लितानी रोड फाटक पर रेलवे द्वारा बनाए जाने वाले अंडरपास को फाटक के पास वाली रेलवे की जमीन पर बनाने की मांग को लेकर दुकानदारों ने दूसरे दिन भी रोष स्वरूप बाजार बंद रखा। उन्होंने दुकानों पर काले झंडे लगाकर निर्माण पर विरोध जताया।
दुकानदारों का कहना है कि लितानी रोड पर अगर अंडरपास बनता है तो इससे 500 से अधिक दुकानों को नुकसान होगा। सरकार को चाहिए कि वो दुकानदारों का रोजगार को छीनने के बजाय उसको बचाने का काम करे। फाटक के पास रेलवे की जमीन पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर दुकानदारों का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ¨सह से मिलने दिल्ली भी गया था।
डॉ. जिले ¨सह राणा, ओमप्रकाश गुप्ता, शकुन चंद, रामदिया, गोपी राम ने कहा कि वो सरकार से नौकरी नहीं मांग रहे हैं, बल्कि रोजगार बचाने की गुहार लगा रहे हैं। लितानी रोड पर अंडरपास बनने से शहर का आधा बाजार प्रभावित हो जाएगा। सरकार को चाहिए कि वो फाटक के पास जो जमीन है, उसमें अंडरपास बनवाए। फाटक से जींद और नरवाना दोनों तरफ रेलवे की जमीन है। यहां पर किसी तरह की जमीन अधिगृहीत करने की जरूरत नहीं है, न ही किसी का रोजगार प्रभावित होगा।
परिवारों के साथ देंगे धरना
दुकानदारों ने कहा कि रोजगार बचाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है। अब वो अपने परिवारों के साथ भी धरना देंगे। उनका रोजगार चला गया तो वो कैसे अपने परिवारों का पालन-पोषण करेंगे।