जींद के बाजार में दुकानें रही बंद, आह्वान का दिखा असर
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार मंडल जींद के रविवार को बाजार बंद रखने के आह्वान का असर नजर आया। लगभग 90 प्रतिशत दुकानें बंद रही।
जागरण संवाददाता, जींद : राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार मंडल जींद के रविवार को बाजार बंद रखने के आह्वान का असर नजर आया। लगभग 90 प्रतिशत दुकानें बंद रही। पालिका बाजार, मेन बाजार, तांगा चौक, पंजाबी बाजार में अधिकतर दुकानें बंद रही। केवल घंटाघर चौक के पास जनता बाजार और इंद्रा बाजार में करियाना की दुकानें खुली थी। सोमवार को दाईं तरफ की दुकानें खुलेंगी। दूसरे व्यापार संगठन हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल ने राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार मंडल के फैसले को मानने से इंकार किया था। इसके बावजूद ज्यादातर दुकानें बंद रही। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार गोयल ने कहा कि रविवार को ग्राहकी कम रहती है। इसलिए बहुत से दुकानदारों ने स्वेच्छा से दुकानें बंद रखी। ताकि रविवार की जगह सोमवार को दुकानें खोलने का मौका मिले। इसमें किसी संगठन के फैसले की कोई बात नहीं है। अगर वे रविवार को दुकान खोलते, तो वे सोमवार को दुकान नहीं खोल पाते। प्रदेश सरकार के आदेश पर सोमवार तक सुबह सात से 12 बजे तक दुकानें खुलेंगी। एक जून से सरकार ने समय में बदलाव करते हुए सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक दुकानें खोलने का फैसला लिया है। व्यापारियों ने समय में बदलाव करने के फैसले को सही ठहराया है। 24 मई को लॉकडाउन में ढील देते हुए सरकार ने बाजार सुबह सात से 12 बजे तक खोलने के आदेश दिए थे। दुकानें तो एक तरफ की खुल रही हैं। लेकिन ग्राहकों की संख्या ज्यादा होने के कारण बाजार में भीड़ बढ़ गई। व्यापारियों का कहना है कि गांवों से लोग खरीदारी के लिए 10 बजे के बाद आते हैं। जिससे खरीदारी के लिए कम समय मिल पाता है। दोपहर तीन बजे तक दुकानें खुलने से ग्राहकों और दुकानदारों को पर्याप्त समय मिल सकेगा।
ढाबे वालों को दी जाए छूट
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार मंडल जींद के जिला प्रधान ने कहा कि संगठन के आह्वान पर रविवार को ज्यादातर बाजार बंद रहा। जिसमें सभी दुकानदारों का सहयोग मिला। सोमवार को दाईं तरफ की दुकानें खुलेंगी। सरकार ने सुबह नौ से तीन बजे तक दुकानें खोलने का जो फैसला लिया है, वो सही है। इससे बाजार में भीड़ कम होगी। प्रशासन से मांग है कि ढाबे वालों को शाम के समय होम डिलीवरी की अनुमति दी जाए। शहर में करीब 20 ढाबे हैं। जहां से हजारों लोग खाना खाते हैं।