मोनो ब्लॉक और सबमर्सिबल में पेंच, अटके ट्यूबवेल कनेक्शन
बिजेंद्र मलिक जींद ट्यूबवेल कनेक्शनों पर सबमर्सिबल पंप और मोनो ब्लॉक को लेकर पेंच फंस गया है।
बिजेंद्र मलिक, जींद:
ट्यूबवेल कनेक्शनों पर सबमर्सिबल पंप और मोनो ब्लॉक को लेकर पेंच फंस गया है। जींद सर्कल में बिजली निगम को धान की रोपाई से पहले 545 ट्यूबवेल कनेक्शन करने थे, लेकिन 70 से ज्यादा कनेक्शन नहीं हो पाए। 30 किसानों ने सबमर्सिबल पंप लेने से इंकार कर दिया। किसानों का कहना है कि उन्हें मोनो ब्लॉक मोटर लगानी है। जबकि विभाग उनके लिए सबमर्सिबल पंप खरीद चुका है। इन किसानों के खेत तक बिजली लाइन भी जा चुकी है, मोटर पंप पर किसानों की आपत्ति होने के कारण कनेक्शन नहीं हो पा रहे। कुछ कनेक्शन मोटर पंप के लोड के लिए अटक गए हैं। किसानों को जितने लोड की मोटर चाहिए, उससे किसी की ज्यादा लोड की मोटर आ गई है, तो किसी की कम लोड की। किसानों की ओर से अप्लाई लोड के अनुसार मोटर पंप देने के लिए निगम ने मुख्यालय को लिखा हैं। वहीं कुछ कनेक्शन खेतों में किसानों के आपसी विवाद के कारण भी रुके हैं। किसानों के नाम पर हुई है पंप सेट की खरीद
जिन किसानों ने सबमर्सिबल की जगह मोनो ब्लॉक लगाने की मांग की है, उनकी डिमांड को निगम ने मुख्यालय भेजा है, लेकिन इस मामले दिक्कत आ सकती है, क्योंकि निगम के अनुसार किसानों से पूछ कर ही पंप सेट खरीदे गए हैं। उन्हीं किसानों के नाम से पंप खरीदे हैं। इसलिए उनके पंप सेट बदलने मुश्किल है। अगर पंप सेट नहीं बदले जाते हैं तो किसानों को 25 से 30 हजार रुपये का नुकसान होगा। किसानों ने सरकार से पंप सेट बदलने की मांग की है, जिससे कि उन्हें आर्थिक नुकसान ना हो। मुख्यालय भेजा है मामला
एसई श्यामबीर सैनी ने बताया कि कुछ किसान सबमर्सिबल पंप लगाने से मना कर रहे हैं। वे मोनो ब्लॅक के लिए कह रहे हैं। जबकि उनके नाम से सबमर्सिबल पंप की खरीद हो चुकी है। मुख्यालय को ये मामला भेजा गया है। वहां से जो भी गाइडलाइन आएगी, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।