संस्कार ही सफलता की सीढ़ी, बड़े-बुजुर्गो का करें सम्मान
विद्यार्थी स्कूल की वर्दी पहनकर ही प्रार्थना सभा करते हैं। वीरवार को प्रार्थना सभा का विषय संस्कार सफलता की सीढ़ी रहा।
जागरण संवाददाता, जींद : डीपीएस स्कूल में होने वाली प्रत्येक गतिविधि, जिसमें प्रार्थना सभा, अध्यापन के दौरान कराई जाने वाली विषयात्मक गतिविधियां शामिल हैं। सभी में ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान भी विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।
मैनेजमेंट सदस्य रजनी गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थी स्कूल की वर्दी पहनकर ही प्रार्थना सभा करते हैं। वीरवार को प्रार्थना सभा का विषय संस्कार सफलता की सीढ़ी रहा। जिसमें मंच संचालन छात्र आहान ने किया। सुविचार प्रस्तुति छात्रा मीनाक्षी ने दी। समाचार वाचन छात्र अभिराज ने, महत्वपूर्ण तथ्य छात्रा सक्षम ने, नए शब्द छात्रा सिया ने तथा संस्कार प्रदान करने वाली कहानी छात्र देवेन ने सुनाई।
उन्होंने कहा कि निसंदेह संस्कार ही सफलता की सीढ़ी होते हैं। बच्चों को अपने घर के बड़े- बुजुर्गो का कहना मानना चाहिए। प्रतिदिन उठते ही उनके चरण छूकर आशीर्वाद लें। स्कूल के वाइस चेयरमैन एसपी बंसल ने कहा कि संस्कारवान विद्यार्थी न केवल परिवारजनों को सुख प्रदान करते हैं, बल्कि उनके आसपास का संपूर्ण वातावरण ही सकारात्मक बन जाता है।
100 परिवारों के घर पर किया हवन
जासं, जींद : डीएवी पब्लिक स्कूल स्थित आर्य समाज के माध्यम से शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास एवं आत्मनिर्भर ट्रस्ट द्वारा शहर में 100 परिवारों के घर पर हवन किया। डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने बताया कि अभी तक 100 परिवारों में हवन किया जा चुका है। ब्राह्मण धर्मशाला, पंजाबी धर्मशाला, जाट धर्मशाला व नागरिक अस्पताल इत्यादि में हवन किया है।
उन्होंने बताया कि धर्मशाला के पश्चात सभी बैंक और सरकारी प्रतिष्ठान के मुखिया से अनुरोध कर वहां भी हवन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए रोहताश शास्त्री, करण देव शास्त्री, अनिल वशिष्ठ तथा अनिल कुश द्वारा आर्य समाज से विशेष जड़ी बूटियों की सहायता से तैयार सामग्री, देसी घी तथा हवन करने के पात्र भी निशुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं। इसके अतिरिक्त डीएवी संस्थान द्वारा योग की ऑनलाइन क्लास भी निशुल्क चलाई जा रही है। इसमें फेफड़ों को मजबूत करने के लिए व इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विशेष योगासन और प्राणायाम कराए जाते हैं।