रोडवेज कर्मियों की हड़ताल बेअसर, बिजली निगम कर्मचारी रहे हड़ताल पर
राष्ट्रव्यापी हड़ताल का रोडवेज सहित दूसरे विभागों पर किसी तरह का असर दिखाई नहीं दिया।
जागरण संवाददाता, जींद : राष्ट्रव्यापी हड़ताल का रोडवेज सहित दूसरे विभागों पर किसी तरह का असर दिखाई नहीं दिया। रोडवेज की सभी बसें सुचारु रूप से चलीं, जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आई। बिजली निगम के 1700 में से 534 कर्मचारी हड़ताल पर रहे, लेकिन बिजली सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं आई। रोडवेज तालमेल कमेटी ने हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन कर दोपहर 11 से एक बजे तक बस अड्डे के गेट पर धरना दिया।
वीरवार सुबह से ही रोजाना की तरफ बसें निकलना शुरू हो गई थी। दोपहर 11 बजे तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता आजाद गिल, कर्मचारी महासंघ के राज्य उपप्रधान जसबीर चहल, कार्यकारी जिला प्रधान राजकुमार रधाना, इंटक से संजय, संदीप रंगा, कर्मचारी नेता सज्जन कंडेला, गुलाब पिडारा, बलकार, नरेंद्र समेत दर्जन भर कर्मचारी बस अड्डे के गेट पर एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ देर तक गेट पर नारेबाजी कर कर्मचारियों ने गेट के पास ही धरना शुरू कर दिया। एक बजे धरना समाप्त हो गया। सर्व कर्मचारी संघ ने हड़ताल की लेकिन इसका रोडवेज पर किसी तरह का असर नजर नहीं आया। आजाद गिल और जसबीर चहल ने कहा कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल को वह पूर्ण रूप से समर्थन देते हैं। कोरोना और शादी-विवाह समारोहों को ध्यान रखते हुए बसों का चक्का जाम उचित नहीं होगा। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आए, इसलिए हड़ताल का समर्थन करते हुए प्रदर्शन कर धरन दिया गया।
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सभी बसें चली सुचारु: बिजेंद्र हुड्डा
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने बताया कि बसों के संचालन में किसी तरह की दिक्कत नहीं आई। पंजाब को छोड़ बाकी सभी रूटों पर रोजाना की तरह बसें चली। चंडीगढ़ का रूट डायवर्ट किया गया था। चंडीगढ़ की बसें अंबाला कैंट से बरवाला, पंचकूला होकर चंडीगढ़ पहुंची। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आई।