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भावांतर दायरे में आएंगे गाजर, मटर और बैंगन भी

जिले में भावांतर योजना को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए डीसी डॉ. आदित्य दहिया की अध्यक्षता में बैठक हुई

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 08:23 AM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 08:23 AM (IST)
भावांतर दायरे में आएंगे गाजर, मटर और बैंगन भी
भावांतर दायरे में आएंगे गाजर, मटर और बैंगन भी

जागरण संवाददाता, जींद

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जिले में भावांतर योजना को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए डीसी डॉ. आदित्य दहिया की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि इस स्कीम के तहत किसान आलू, टमाटर, प्याज और फूलगोभी फसलों पर लाभ ले सकते हैं। किसान को समय पर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। इस वर्ष सरकार की ओर से गाजर, मटर, किन्नू, अमरूद, शिमला मिर्च, बैंगन भी भावान्तर के दायरे में लिए जाएंगे।

किसानों को आलू तथा फूलगोभी के लिए पंजीकरण अवधि 15 सितम्बर से 30 नवम्बर तक है और बिक्री अवधि दिसम्बर से मार्च तक निर्धारित की गई है। प्याज और टमाटर के लिए पंजीकरण अवधि 15 दिसम्बर से 15 फरवरी तक और सत्यापन अवधि 15 मार्च व सत्यापन इत्यादि के विरुद्ध अपील अवधि 25 मार्च और ब्रिकी अवधि अप्रैल से मई तक निर्धारित की गई है। इसमें टमाटर की ब्रिकी अवधि अप्रैल से 15 जून निर्धारित की गई है। चिन्हित फसलों का संरक्षित मूल्य आलू व टमाटर 500 रुपये प्रति क्विंटल, प्याज व फूलगोभी 600 रुपये प्रति क्विंटल और किसानों की 60 हजार से लेकर 70 हजार रुपये प्रति एकड़ आमदनी सुनिश्चित करना सरकार का लक्ष्य है। पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज किसान का आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक खाते का विवरण आवश्यक है। पंजीकरण करने के उपरान्त किसान को पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर ओटीपी प्राप्त होगा व ओटीपी डालने पर लॉगिन आइडी और पासवर्ड प्राप्त होगा।


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