Move to Jagran APP

रंगीराम को जेल में राखी बांधने गई महिला पीटीआइ, मिलने नहीं दिया

पीटीआइ की बर्खास्तगी के विरोध में रंगीराम ने तेल छिड़ककर किया था आत्मदाह का प्रयास

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 06:30 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:30 AM (IST)
रंगीराम को जेल में राखी बांधने गई महिला पीटीआइ, मिलने नहीं दिया
रंगीराम को जेल में राखी बांधने गई महिला पीटीआइ, मिलने नहीं दिया

जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के आह्वान पर चल रहा क्रमिक अनशन 50वें दिन भी जारी रहा। रक्षाबंधन पर्व पर कोई भी महिला पीटीआइ अपने भाई को राखी बांधने घर नहीं गई, बल्कि उनके समर्थन में आत्मदाह का प्रयास करने वाले धमतान तपा के पूर्व प्रधान रंगीराम को राखी बांधने जेल में पहुंचीं। पर सुरक्षा कारणों के चलते जेल प्रशासन ने इन अध्यापकों को रंगीराम से मिलने नहीं दिया और न ही फोन पर बात करवाई। सभी महिला अध्यापकों ने 1983 पीटीआइ की तरफ से रंगीराम के शीघ्र जेल से बाहर छूटने तथा लंबी आयु की कामना की। बाद में महिला पीटीआइ राखी व मिठाई जेल प्रशासन को देकर वापस लौट आई।

loksabha election banner

प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार सत्ता पक्ष के विधायकों को राखी बांधने का निर्णय लिया गया था। इसी कड़ी में महिला पीटीआइ ने विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा को राखी बांधकर अपनी नौकरी की बहाली व रोजगार की सुरक्षा की मांग की। इसके बाद सभी महिला अध्यापक जननायक जनता पार्टी के कार्यालय में पहुंची, लेकिन वहां कोई कर्मचारी नहीं मिला। इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष वजीर सिंह गांगोली ने कहा कि नौकरी की बहाली तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा और तब तक हम कोई त्योहार नहीं मनाएंगे। इस अवसर पर कविता रानी, रोशनी देवी, पूजा, सुमित्रा देवी, ममता, संतरो देवी, नीरज कुमारी, सरोज, सत्यवती, सरिता, बबिता, निर्मला, अनिल मलिक, कैप्टन धर्मपाल, जसबीर ढुल, प्रवीण कुमार, रमेश कुमार, कृष्ण कुमार, ओमी सिंह उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.