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जींद में बारिश का कहर, कपास की 20 हजार एकड़ फसल बर्बाद, कर्ज में डूबे किसान

जींद में इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश के कारण किसान कर्ज तले दब गए हैं। उचाना जींद जुलाना व नरवाना हलके में करीब 20 हजार एकड़ में कपास की फसल कई दिनों से पानी में डूब गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 08:29 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 08:29 AM (IST)
जींद में बारिश का कहर, कपास की 20 हजार एकड़ फसल बर्बाद, कर्ज में डूबे किसान
जींद में बारिश का कहर, कपास की 20 हजार एकड़ फसल बर्बाद, कर्ज में डूबे किसान

जागरण संवाददाता, जींद: जिले में इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश के कारण किसान कर्ज तले दब गए हैं। उचाना, जींद, जुलाना व नरवाना हलके में करीब 20 हजार एकड़ में कपास की फसल कई दिनों से पानी में डूबी हुई है और अब यह पूरी तरह सूखकर बर्बाद हो चुकी है। इससे किसानों पर बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान उन किसानों को हुआ है, जिन्होंने ठेके पर जमीन लेकर फसल की बिजाई कर रखी थी। उचाना हलके के गांव छातर, खटकड़, अलीपुरा, लोधर, काब्रच्छा, तारखां, बुडायन, उचाना कलां, कुचराना कलां, कुचराना कलां, घोघड़ियां, डाहौला, कालता, भौंसला सहित विभिन्न गांवों के खेतों में बारिश का पानी भरा हुआ है। पानी की निकासी न होने से कपास की फसल कई गांवों में तो खराब हो चुकी है। किसानों ने सरकार से खराब हुई फसल का सर्वे करवा कर मुआवजा देने की मांग की है ताकि जो नुकसान किसानों को हुआ है उसकी कुछ हद तक भरपाई हो सकें। किसान कुलदीप, मोनी, मनदीप, राजा, संदीप ने कहा कि बीते सप्ताह के बाद इस सप्ताह भी बारिश होने से कपास की फसल खराब हो रही है। कई जगह तो खेतों में कपास की फसल खराब हो चुकी है। बीते सप्ताह बारिश के बाद तापमान बढ़ने के बाद कपास के पौधे झूलस गए। इस सप्ताह भी तेज बारिश होने से खेतों में पानी भरा हुआ है। सरकार जल्द स्पेशल सर्वे करवा कर किसानों को बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा दे ताकि कुछ हद तक नुकसान की भरपाई हो सके।

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पौली में बाढ़ जैसे हालात, तीन में पानी नहीं निकाला तो ग्रामीण रोकेंगे पौली-लिजवाना ड्रेन

पौली गांव में घरों में घुस चुका है पानी, पंप हाउस की मोटर चलाने को 24 घंटे बिजली सप्लाई की मांग

संवाद सूत्र, जुलाना: गांव पौली में बरसाती पानी ने जमकर कहर मचा रखा है। लेकिन पानी की निकासी के लिए न तो 24 घंटे बिजली सप्लाई की जा रही है और न पंप हाउस की सभी मोटरें चलाई जा रही हैं। इस कारण गांव में पानी घुस गया है और बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। गांव से पानी निकासी को लेकर सोमवार को श्योराण चौपाल में पंचायत हुई, जिसमें फैसला लिया कि तीन दिनों में निकासी का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण पौली की सीमा पर पौली-लिजवाना ड्रेन को रोकेंगे। ग्रामीण रोहतास, रामचंद्र, जिले सिंह, परमानंद, महेंद्र ने बताया कि गांव के खेतों में पानी ज्यादा होने के कारण पानी गांव में घरों में घुस रहा है। अभी तक प्रशासन द्वारा निकासी के लिए कोई भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चार दिन पहले ग्रामीण 24 घंटे बिजली सप्लाई की मंजूरी के लिए एसडीएम से भी मिले थे। जींद के एसडीएम ने 24 घंटे की बिजली के लिए महम फीडर के एसडीओ को भी लिख दिया था, लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी 24 घंटे की बिजली सप्लाई नहीं छोड़ी जा रही है।

ड्रेन का लेवल बना समस्या, गिर चुके तीन मकान

पौली-लिजवाना ड्रेन का लेवल ठीक नहीं होने के कारण कई जगहों से ओवरफ्लो हो जाती है, जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान से होकर गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों की कहना है कि समय रहते ड्रेन का लेवल और सफाई करवा दी जाती तो उनकी फसल डुबने से बच सकती थी। फसल के साथ गांव में भी पानी की निकासी नहीं होने के कारण गांव में पानी जमा हो गया है, जो घरों में घुस रहा है। गांव के दर्जनों मकानों में दरारों के साथ तीन मकान गिर भी चुके हैं।

बिजली लाइन भी बन रही है आफत

पौली गांव में हुई पंचायत में फैसला लिया कि एक प्रतिनिधिदल उीसी से मिलकर बिजली सप्लाई को जुलाना की बजाए लाखन माजरा से करवाने के लिए गुहार लगाएगा। जुलाना से पौली पंप तक लगभग 10 किलोमीटर लंबी लाइन के चलते लाइन में अक्सर फाल्ट होते रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के पंप हाउस को लाखनमाजरा बिजलीघर से जोड़ा जाए, जिससे दूरी कम होने पर फाल्ट भी कम होंगे और वहां से पंप हाउस को हाटलाइन से भी जोड़ा जा सकता है।

पानी निकासी के लिए महम के बिजली निगम के एसडीओ को पत्र लिखा गया है। किसानों की खराब हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

-दलबीर सिंह, एसडीओ, जींद बरसाती पानी निकलवाने फील्ड में निकले विधायक ढांडा, पंप हाउस पर 24 घंटे बिजली सप्लाई का निर्देश

अकालगढ़, पौली, हथवाला में पानी निकासी के लिए मोटरों की संख्या बढ़वाई

जागरण संवाददाता, जींद: जुलाना हलके में लगभग साढ़े 3 हजार एकड़ फसल बरसाती पानी में डूब चुकी है। कई गांवों में भी पानी घुसा हुआ है। पानी की जल्द निकासी के लिए सोमवार को विधायक अमरजीत ढांडा अफसरों के साथ फील्ड में निकले और जल्द बरसाती पानी निकासी का निर्देश दिया। विधायक ने हथवाला, अकालगढ़, पौली समेत कई गांवों का दौरा करते हुए पानी निकासी के लिए अतिरिक्त मोटरों की व्यवस्था करवाई। गांव अकालगढ़ व पौली में पानी निकासी के लिए लगाई गई पांच मोटरों की संख्या को बढ़ाकर आठ करवाया। हथवाला तथा अकालगढ़ गांवों के रिहायशी क्षेत्र से पानी निकासी के लिए दो अतिरिक्त मोटरें मौके पर ही चालू करवाकर पानी निकासी तेज करवाई। अब इन दोनों गांवों में बरसाती पानी निकासी करने के लिए चार मोटरें लगातार कार्य कर रही हैं। विधायक ने खेतों में जाकर किसानों से भी बातचीत की। किसानों ने माना कि विधायक के प्रयासों से इस बार बरसाती पानी निकासी की अच्छी व्यवस्था की गई थी, लेकिन कई साल बाद बारिश भी ज्यादा हुई है।

पौली पंप हाऊस पर रखें 24 घंटे बिजली व्यवस्था:

विधायक अमरजीत ढांडा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस पंप हाऊस के माध्यम से हलके के बड़े क्षेत्र से पानी निकासी होती है। ऐसे में इस पंप हाउस के माध्यम से निरंतर खेतों से पानी निकासी होती रहे, इसके लिए पंप हाउस पर 24 घंटे बिजली उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं। बिजली का कट लगने पर जनरेटर की व्यवस्था भी करवाएं।


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