नागरिक अस्पताल में ट्रामा सेंटर बनाने का भेजा प्रस्ताव
सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से नागरिक अस्पताल में ट्रामा सेंटर बनाने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है।
जागरण संवाददाता, जींद : सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से नागरिक अस्पताल में ट्रामा सेंटर बनाने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। नागरिक अस्पताल से 70 किलोमीटर कोई भी ट्रामा सेंटर नहीं है, इसलिए सड़क हादसों व सिर में चोट लगे लोगों को नजदीक कोई इलाज नहीं होने के चलते पीजीआइ रोहतक ही रेफर करना पड़ता है। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण काफी मरीज पीजीआई पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। ट्रामा सेंटर बनाने के सभी नियमों को पूरा करने के चलते अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए डीजी हेल्थ को पत्र लिखा है।
मुख्यालय को भेजे प्रस्ताव में कहा गया कि जिले की आबादी लगभग 14 लाख है। वहीं जींद शहर की आबादी ही लगभग दो लाख है। ऐसे में गंभीर मरीजों व सड़क हादसे घायलों को विशेष उपचार के लिए ट्रामा सेंटर की आवश्यकता है ताकि वहां तुरंत प्रभाव से इन मरीजों को उपचार की सेवा मिल सके। बावजूद जिला मुख्यालय पर ट्रामा सेंटर न होने के चलते, विशेषज्ञों चिकित्सकों की भारी कमी होते हुए गंभीर मरीजों को पीजीआइ रोहतक का रास्ता दिखा दिया जाता है। जिससे मरीज की कभी भी जान पर बन सकती है।
------------
जमीन को लेकर बताई उपलब्धता
सीएमओ कार्यालय द्वारा ट्रामा सेंटर के लिए बेहद जरूरी जमीन को लेकर नागरिक अस्पताल में ही नौ एकड़ जमीन भी उपलब्ध है। इस जमीन पर फिलहाल कोई भी भवन नहीं बना हुआ है। जींद शहर के चारों तरफ नेशनल हाईवे होने के बाद भी 70 किलोमीटर की दूरी तक ट्रामा सेंटर नहीं है। इसलिए जींद के नागरिक अस्पताल में ट्रामा सेंटर खोला जाना उचित रहेगा। ----------------
पत्र के माध्यम से अवगत करवाया : सीएमओ
सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने बताया कि ट्रामा सेंटर के लिए नागरिक अस्पताल में ही नौ एकड़ जमीन उपलब्ध है। अगर अधिकारियों द्वारा ट्रामा सेंटर बनाए जाने के निर्देश दिए जाते हैं तो इस जमीन पर ट्रामा सेंटर बनाना उपयुक्त रहेगा। जिला मुख्यालय पर ट्रामा सेंटर की उपलब्धता गंभीर मरीजों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। जमीन उपलब्धता को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र के माध्यम से अवगत करवा दिया गया है।