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पिल्लूखेड़ा मंडी और बागनवाला को अलग पंचायत बनाने का भेजा प्रस्ताव

फरवरी 2021 में प्रस्तावित पंचायती चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं तो इससे पहले प्रदेश भर में कई गांवों को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Dec 2020 06:25 AM (IST)Updated: Sun, 06 Dec 2020 06:25 AM (IST)
पिल्लूखेड़ा मंडी और बागनवाला को अलग पंचायत बनाने का भेजा प्रस्ताव
पिल्लूखेड़ा मंडी और बागनवाला को अलग पंचायत बनाने का भेजा प्रस्ताव

प्रदीप घोघड़ियां, जींद

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फरवरी 2021 में प्रस्तावित पंचायती चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं तो इससे पहले प्रदेश भर में कई गांवों को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिया जाएगा। जींद से भी दो गांवों बागनवाला और पिल्लूखेड़ा मंडी को अलग पंचायत का दर्जा दिलवाने का प्रस्ताव जिला विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा भेजा गया है। वहीं दूसरी तरफ जिले की बरटा और धनौरी पंचायत को कैथल जिले में शामिल कर लिया गया है, लेकिन धनौरी का नोटिफिकेशन अभी तक जारी नहीं हो पाया है।

लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई ग्राम पंचायत की चौधर हथियाने को लेकर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग अभी से सक्रिय हो गए हैं। जींद जिले में 300 ग्राम पंचायतें थीं, लेकिन नरवाना के बरटा और धनौरी गांव को कैथल जिले में शामिल किए जाने के बाद जिले में 298 ग्राम पंचायतें रह गई हैं। धनौरी गांव का रेवेन्यू रिकार्ड कैथल में चला गया है। इस पंचायत के कैथल में शामिल होने का नोटिफिकेश्ना जारी होना बाकी है। वर्तमान में चल रहे सरपंचों का कार्यकाल जनवरी 2021 तक समाप्त हो जाएगा। उसके बाद पंचायती राज एक्ट लागू होने के बाद छठे आम चुनाव होंगे।

हरियाणा के पंचायती चुनावों में अब महिलाओं की चौधर भी बढ़ेगी। पंचायतों में उनके लिए भी 50 फीसद सीट आरक्षित कर दी गई हैं। सम-विषम संख्या के आधार पर महिला एवं पुरुष के लिए सीट आरक्षित होंगी, यानि जिस गांव में महिला सरपंच निर्वाचित होंगी, अगली योजना में उस गांव में पुरुष सरपंच होगा।

---------- 500 मतदाता होना जरूरी

बागनवाला गांव फिलहाल रामगढ़ ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है। बागनवाला गांव को अलग ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। वहीं पिल्लूखेड़ा से पिल्लूखेड़ा मंडी को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव भी मुख्यालय भेजा है। ग्राम पंचायत के गठन के लिए गांव में कम से कम 500 मतदाता होने चाहिएं तथा जिस ग्राम पंचायत से अलग होकर नई ग्राम पंचायत बनाई जा रही है, उसकी सहमति होनी चाहिए। अगर दोनों को ग्राम पंचायत का दर्जा मिल जाएगा तो फिर से जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या 300 हो जाएगी। ------------ इस ब्लॉक में हैं इतनी पंचायतें- ब्लॉक का नाम - पंचायतों की संख्या जींद -66 उचाना -47 सफीदों -45 जुलाना -38 नरवाना -37 पिल्लूखेड़ा -27 उझाना -19 अलेवा -19 (नोट :- यह संख्या उझाना ब्लॉक से बरटा औ धनौरी को कैथल में शामिल किए जाने के बाद की है।) --------------- ग्राम पंचायत बनाने के भेजे गए हैं प्रस्ताव : आरके चांदना

जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी आरके चांदना ने बताया कि बागनवाला और पिल्लूखेड़ा मंडी को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाने के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। बीडीपीओ सोमबीर सांगवान ने बताया कि बरटा को कैथल जिले में शामिल किया जा चुका है, लेकिन धनौरी को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। धनौरी का रेवेन्यू रिकार्ड जरूरी कैथल जिले के अधीन हो चुका है।


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