कल से प्राइवेट बसें भी उतरेंगी रूटों पर, चालक-परिचालकों को लगाना होगा मास्क
रोडवेज बसों के बाद अब सहकारी समिति की बसें भी रूटों पर उतरने जा रही हैं। इसे लेकर एडीसी द्वारा बसों के रूट और टाइमिग निर्धारित की जा रही है।
जागरण संवाददाता, जींद : रोडवेज बसों के बाद अब सहकारी समिति की बसें भी रूटों पर उतरने जा रही हैं। इसे लेकर एडीसी द्वारा बसों के रूट और टाइमिग निर्धारित की जा रही है। एक चौथाई बसें ही रूटों पर उतारी जाएंगी और एक बस में अधिकतम 25 यात्रियों को बैठने की इजाजत होगी। बस चालक और परिचालक को मास्क लगाना अनिवार्य होगा और बस को भी हर रोज सैनिटाइज करना होगा। हालांकि प्राइवेट बस ऑपरेटर इसे लेकर संतुष्ट नजर नहीं आ रहे। उनका कहना है कि या तो सभी बसें चलाने की अनुमति दी जाए या फिर ज्यादा यात्रियों को बैठाने की परमिशन दी जाए।
बता दें कि जींद से नरवाना, हांसी, बरवाला, असंध, गोहाना, सफीदों समेत कुल मिलाकर 78 सहकारी समिति की बसें यानि प्राइवेट बसें चलती हैं। लॉकडाउन के बाद से ही सभी बसें भी लॉक हो गई थी। जून महीने में रोडवेज बसें तो चल पड़ी थी लेकिन प्राइवेट बसें नहीं चली थी। इसके कई कारण थे, जिनमें प्रमुख कारण यह था कि एक तो प्राइवेट बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिग की सुविधा नहीं थी और दूसरे यात्रियों की संख्या भी बहुत कम थी। रोडवेज बसें तो खाली भी चल पड़ती हैं लेकिन प्राइवेट बस ऑपरेटर बिना यात्रियों के बस चलाने में असमर्थ हैं। इसलिए अभी तक बसें नहीं चल पाई थी। अब चूंकि यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है, लिहाजा प्राइवेट बसों को भी रूटों पर उतारने के निर्देश दे दिए गए हैं।
एक चौथाई बसें चलाने की इजाजत
परिवहन आयुक्त हरियाणा की तरफ से जारी लेटर के मुताबिक एक चौथाई बसें चलाने की इजाजत दी गई है। इस हिसाब से फिलहाल 19 या 20 बसें ही चल पाएंगी। हालांकि यह रूट पर निर्भर करेगा कि किस रूट पर कितनी बसें चलाई जाएं, यह एडीसी की तरफ से ही फाइनल किया जाएगा। दूसरी तरफ प्राइवेट बस ऑपरेटर विभाग के इस निर्णय से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे। प्राइवेट बसों की भारी भरकम किस्त के अलावा टैक्स और परमिट समेत दूसरे खर्चे होते हैं, जिन्हें लॉकडाउन के कारण जेब से ही भरना पड़ रहा है।
विभाग के आदेशों का किया जाएगा पालन : सुनील श्योराण
सहकारी बस परिवहन समिति के प्रधान सुनील श्योराण ने कहा कि विभाग के निर्देशों की पालना करते हुए बसें जरूर चलाई जाएंगी लेकिन उनकी मांग है कि बसों में दूसरे प्रदेशों की तरफ सभी सीटों पर यात्री बैठने की परमिशन दी जाए। 25 यात्रियों के साथ बस चलाने पर उन्हें डीजल खर्च भी घर से ही भरना पड़ेगा। इसके अलावा एक चौथाई की बजाय सभी बसें चलाने की इजाजत दी जाए क्योंकि बसों की संख्या ज्यादा होगी, तभी यात्रियों की संख्या लिमिट की होगी।
बनाई जा रही रूटों की लिस्ट : एडीसी
एडीसी डॉ. सत्येंद्र दूहन ने बताया कि मुख्यालय निजी बसों को चलाने के आदेश आ चुके हैं। किस रूट पर कितनी बसें चलाई जाएंगी और कौन सी बस कब चलेगी, इसे लेकर लिस्ट बनाई जा रही है। एक या दो दिन में प्राइवेट बसें चल पड़ेंगी।