नहीं बिक रही है पीआर, किसान हुए परेशान
संवाद सूत्र, उचाना : इस बार पीआर की सरकारी खरीद किसानों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। एक अक्टूबर से पीआर की खरीद शुरू हो चुकी है लेकिन अब भी किसानों को फसल सरकारी एजेंसी को बेचने के लिए परेशानी हो रही है। पीआर को लेकर एजेंसियों को खरीददार न मिलने से किसानों की फसल नहीं बिक पा रही है।
संवाद सूत्र, उचाना : इस बार पीआर की सरकारी खरीद किसानों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। एक अक्टूबर से पीआर की खरीद शुरू हो चुकी है लेकिन अब भी किसानों को फसल सरकारी एजेंसी को बेचने के लिए परेशानी हो रही है। पीआर को लेकर एजेंसियों को खरीददार न मिलने से किसानों की फसल नहीं बिक पा रही है। किसानों का कहना है कि गेहूं की तरह पीआर की खरीद सरकार अपने स्तर पर करें। अब एजेंसी को मिलर न मिलने से किसानों को फसल बेचने के लिए परेशानी हो रही है। फड़ पर फसल आते ही खरीदी जाए चाहे मिलर खरीदे या सरकार अपने स्तर पर खरीदे। यहां पर तीन एजेंसी अलॉट है पीआर की खरीद को लेकिन किसानों को अब भी फसल को बेचने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे बहुत किसान है जो दस दिनों से मंडी में फसल की रखवाली कर रहे है। जिले ¨सह, राममेहर, बनी ¨सह, राजेंद्र, पंजाब ¨सह, दलबीर ने कहा कि कई-कई दिनों से किसान मंडी में पीआर फसल की रखवाली कर रहे है। फसल न बिकने से मंडी में ही रात गुजर रही है। सरकार को चाहिए कि पीआर की फसल भी गेहूं की तरह खरीदी जाए ताकि मंडी में आते ही फसल बिके। अब की बार बीते साल से कम पीआर की बिजाई हुई है। बीते साल मंडी में आते ही पीआर बिकी थी लेकिन इस बार पीआर बेचने को लेकर इंतजार करना पड़ रहा है।