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413 पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, धुएं और धूल से घुट रहा दम

जिले में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। शुक्रवार को एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 413 रहा जो स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 07:40 AM (IST)
413 पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, धुएं और धूल से घुट रहा दम
413 पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, धुएं और धूल से घुट रहा दम

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। शुक्रवार को एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 413 रहा, जो स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और आंखों में जलन हो रही है। सबसे ज्यादा परेशानी दमे व सांस के रोगियों को हो रही है। चिकित्सकों ने ऐसे रोगियों व बुजुर्गों को ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी है। वहीं प्रशासन ने जहां निर्माण चल रहे हैं, वहां धूल ना उड़े, इसके लिए पानी छिड़काव के निर्देश दिए हुए हैं। लेकिन इसके बावजूद धूल उड़ने, खेतों में पराली जलने और वाहनों के धुएं से प्रदूषण बढ़ रहा है। शहर में रोहतक रोड, मिनी बाईपास समेत उखड़े पड़े मुख्य मार्गों से धूल उड़ रही है। वहीं खेतों में पराली जलाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हरसेक द्वारा खेतों में पराली में आग लगाने की 546 लोकेशन भेजी गई हैं। जिनमें से 393 लोकेशन सही पाई गई हैं और उनमें से 384 को नोटिस देकर 4.85 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जो शिकायतें सही पाई गई हैं, उनमें 531 एकड़ में पराली जली पाई गई है। किसान दोपहर बाद पराली में आग लगा रहे हैं। जिसके चलते शाम को चारों तरफ धुआं छा जाता है। खेतों के पास से निकलते समय मुख्य मार्गों पर भी धुएं की वजह से आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। पराली जलाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने अधिकारियों की मीटिग लगाई हुई है। इसके बावजूद पराली जलाने के मामले नहीं रुक रहे। इस बार धान कटाई के लिए प्रवासी कामगार कम आए हैं। जिसके चलते किसानों को कंबाइन से धान की कटाई करानी पड़ रही है और फिर फसल अवशेष में आग लगा रहे हैं। किसी की पकड़ में ना आएं, इसलिए शाम के समय ही फसल अवशेष में आग लगाते हैं।

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पराली जलाने वालों पर कर रहे कार्रवाई

कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर नरेंद्रपाल ने बताया कि फसल अवशेष को काट कर खेत में मिला सीधे गेहूं की बिजाई करने के लिए हैप्पी सीडर, सुपर सीडर जैसे कृषि यंत्र सरकार ने किसानों को अनुदान पर दिए हैं। इसके बावजूद जो किसान पराली जला रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी तक फसल अवशेष में आग लगाने के 393 मामलों की पहचान कर संबंधित किसानों को जुर्माना लगाया जा चुका है।

पिछले छह दिन का एयर क्वालिटी इंडेक्स

तारीख पीएम 2.5 का स्तर

1 नवंबर 414

2 नवंबर 378

3 नवंबर 313

4 नवंबर 398

5 नवंबर 420

6 नवंबर 413


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