गबन के पैसे लेने वाली महिलाओं से भी पूछताछ करेगी पुलिस
जागरण संवाददाता जींद महिला एवं बाल विकास विभाग में अप्रेंटिस अतुल द्वारा मातृवंदना योजना में अ
जागरण संवाददाता, जींद : महिला एवं बाल विकास विभाग में अप्रेंटिस अतुल द्वारा मातृवंदना योजना में आठ लाख 65 हजार रुपये के गबन के मामले में उचाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने विभाग से उन महिलाओं का रिकार्ड मांगा है जिनके खातों में गबन की यह राशि गई है। विभाग द्वारा अब तक ऐसे 295 महिलाओं की पहचान की है, जिसमें मातृवंदना योजना के नाम पर राशि गई हुई है। पुलिस अब इन महिलाओं के बयान दर्ज करेगी। महिला एवं विकास विभाग के कर्मचारी व अधिकारी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। ज्ञात रहे कि उचाना की सीडीपीओ ऊषा आनंद ने उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि हिसार जिले के गांव मिर्चपुर निवासी अतुल सीडीपीओ कार्यालय जींद में दिसंबर 2017 से दिसंबर 2018 तक अप्रेंटिस की थी। इस दौरान आरोपित अतुल ने पीएम मातृवंदना योजना की आईडी व पासवर्ड चोरी कर लिया। इसके बाद युवक ने फर्जी फार्म भरता रहा और अधिकारियों ने जो मंजूरी देनी थी वह भी ऑनलाइन खुद ही देता रहा। पिछले दिनों उचाना सीडीपीओ कार्यालय का सुपरवाइजर जब रिकार्ड की जांच कर रहा था तो उसके सामने आया कि कुछ महिलाओं का आंगनबाड़ी वर्करों द्वारा पंजीकरण नहीं किया गया है और विभाग के रिकार्ड में भी उनके नाम दर्ज नहीं है, लेकिन ऑनलाइन फार्म भरकर राशि जारी की गई है।
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आरोपित ने दिया था शपथ पत्र
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपित अतुल ने विभाग के अधिकारियों के समक्ष फर्जी तरीके से राशि निकालने का शपथ पत्र देकर एक लाख 25 हजार रुपये की राशि विभाग के खाते में जमा करवाने का प्रयास किया था। इस समझौते में विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का भी जिक्र है। इससे लग रहा है कि विभाग ने भी इस मामले को दबाने का प्रयास किया था, लेकिन मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
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मामले के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण ने बताया कि संबंधित विभाग से रिकार्ड मांगा गया है। रिकार्ड में जिन महिलाओं के खातों में राशि गई है उनके भी बयान दर्ज किए जाएंगे।