चोर दे रहे पुलिस को गच्चा, 90 प्रतिशत मामलों में पुलिस नाकाम
शहर में बढ़ रही चोरी की वारदातों पर पुलिस गंभीर नहीं है।
चोर दे रहे पुलिस को गच्चा, 90 प्रतिशत मामलों में पुलिस नाकाम
जागरण संवाददाता, जींद: शहर में बढ़ रही चोरी की वारदातों पर पुलिस गंभीर नहीं है। हर दूसरे दिन ऐसी घटनाएं हो रही है। लोगों की खून पसीने की कमाई पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं, लेकिन शहर थाना और सिविल लाइन पुलिस इन मामलों पर कार्रवाई नहीं हो रही। इन वारदातों पर विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने गृहमंत्री अनिल विज से मुलाकात की। इससे जुड़ा डाटा भी उन्हें सौंपा। यहां सामने आया कि 11 माह में शहर में चोरी की 113 वारदातें हुई, लेकिन पुलिस 11 चोरी के मामलों को ही ट्रेस कर पाई। इसमें चोरों ने घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों से 69 लाख 34 हजार 420 रुपये के सामान चोरी किया। 11 मामलों में पुलिस केवल पांच लाख 10 हजार रुपये का सामान ही रिकवर कर पाई है। चोरी की सबसे ज्यादा वारदात शहर थाना क्षेत्र में हुई। शहर थाने में 78 केस चोरी के दर्ज हुए हैं और इनमें से केवल 8 केस ही सुलझाए गए हैं। थाना शहर जींद में 64 लाख 78 हजार 420 रुपये की नकदी और जेवरात सहित अन्य सामान चोरी किया। इनमें से पुलिस ने केवल चार लाख 56 हजार रुपये की रिकवरी की। वहीं, शहर में स्थित सिविल लाइन थाने में चोरी के 35 मामले दर्ज हुए। इनमें से केवल तीन की ही गुत्थी सुलझी। थाना क्षेत्र में चार लाख 56 हजार की चोरी हुई। इनमें से मात्र 54 हजार ही रिकवर हो पाए हैं। अब सर्दी का मौसम आते ही चोरी की वारदात बढ़ गई हैं, लेकिन पुलिस चोरों को पकड़ने में असमर्थ है। घर पर ताला लगाने से घबराते हैं लोग
शहर में चोर बंद मकानों को अपना निशाना बनाते थे। शहर में हालात यह है कि परिवार के सभी सदस्य एक साथ बाहर घूमने नहीं जा सकते। फिलहाल शादी समारोह का समय चल रहा है, इस कारण चोर गिरोह भी इसका मौके का फायदा उठा रहे हैं। पिछले दिनों कौशिक नगर में एक परिवार शहर में ही शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था और करीब एक घंटे के बाद जब वह वापस घर आए तो चोर लाखों रुपये की नकदी और जेवरातों पर हाथ साफ कर चुके थे। लोगों को भटकने पर मजबूर कर रही पुलिस
विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने गृहमंत्री को कहा कि लोग शिकायत को लेकर पुलिस के पास जाते हैं, लेकिन जांच के नाम पर उनके पास भटकने के सिवा कुछ नहीं होता है। इन मामलों में जांच आगे नहीं बढ़ पाती है और मजबूरन थक हारकर घर बैठ जाना पड़ता है। कभी तो उन्हें उनकी खून पसीने की कमाई वापस मिलेगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है। इस पर गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी पूर्व की बैठक के बाद ही वह जींद के क्राइम रिपोर्ट पर नजर रखे हुए हैं और आंकड़ों का अवलोकन किया जा रहा है। विधायक ने बताया कि गृह मंत्री ने कहा है कि पुलिस प्रशासन में बड़े स्तर पर सुधार की आवश्यकता है, जिसको लेकर वह निरंतर प्रयास कर रहे हैं और आगामी समय में इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।