करसिधु बैंक में कैश न होने से ग्रामीण परेशान
बैंक के बाहर खड़े संदीप ने बताया कि उसे खाते की स्टेटमेंट की जरूरत है लेकिन कर्मचारी उसे भी देने को तैयार नहीं। बीरा रिसाला आदि किसानों ने बताया कि वो गेहूं का भुगतान हो चुका है। राशि खाते में आ चुकी है। उधार भी चुकाना है इसलिए पैसे निकलवाने आए थे लेकिन बैंक में कैश ही नहीं है। मंगलवार को भी खाली हाथ लौटे थे अब बुधवार को यही स्थिति है।
संवाद सूत्र, उचाना : गांव करसिधु स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में कैश नहीं आने से ग्रामीण परेशान हैं। यहां रोजाना सुबह से ही बैंक के बाहर भीड़ उमड़ी रहती है। घंटों इंतजार के बाद लोगों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। किसानों के गेहूं का भुगतान और जनधन के खातों में राशि आने के बाद से भीड़ ज्यादा बढ़ रही है। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन भी नहीं हो रहा। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है।
बैंक के बाहर खड़े संदीप ने बताया कि उसे खाते की स्टेटमेंट की जरूरत है, लेकिन कर्मचारी उसे भी देने को तैयार नहीं। बीरा, रिसाला आदि किसानों ने बताया कि वो गेहूं का भुगतान हो चुका है। राशि खाते में आ चुकी है। उधार भी चुकाना है, इसलिए पैसे निकलवाने आए थे, लेकिन बैंक में कैश ही नहीं है। मंगलवार को भी खाली हाथ लौटे थे, अब बुधवार को यही स्थिति है।
गाड़ी खराब थी, इसलिए नहीं आ था कैश
मंगलवार को जिस गाड़ी में कैश आना था वो खराब हो गई थी। बुधवार को कैश आ गया है। जहां तक शारीरिक दूरी की बात है, उसकी पालना के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है, लेकिन लोग बार-बार कहने के बाद भी नहीं मान रहे। पेमेंट को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
समुंद्र गुप्त मौर्या, मैनेजर, एसबीआइ करसिधु