शहर के लोगों को मिलेगा बंदरों से छुटकारा
शहर के लोगों की सबसे बड़ी बंदरों की समस्या अब दूर होगी। नगरपालिका द्वारा काफी सालों से की जा रही शहर के लोगों की बंदर पकड़वाने की मांग को पूरा करते हुए बंदरों को पकड़वाने का टेंडर छोड़ दिया गया है।
संवाद सूत्र, उचाना : शहर के लोगों की सबसे बड़ी बंदरों की समस्या अब दूर होगी। नगरपालिका द्वारा काफी सालों से की जा रही शहर के लोगों की बंदर पकड़वाने की मांग को पूरा करते हुए बंदरों को पकड़वाने का टेंडर छोड़ दिया गया है। अब आने वाले दिनों में बंदर पकड़े जाने से बंदरों की संख्या शहर में कम होने लगेगी। शहर के लोगों की यह सबसे बड़ी समस्या थी। लोगों द्वारा अपने मकानों के आगे बंदर जाल बंदरों की संख्या बढ़ने से लगवाए हुए है। ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन शहर में किसी गली में बंदर किसी को न काट रहे हो। सुलतान, सुरेश गर्ग, तरसेम, चांदी ने कहा कि बंदरों से हर कोई परेशान है। ऐसा कोई मोहल्ला, बाजार नहीं है जहां बंदर न दिखाई देते हो। बंदरों के डर से शहर में अधिकांश मकानों पर बंदर जाल लगाया हुआ है। लोग घरों में जाल लगने से कैद होकर रह गए है। गली में कोई बच्चे खेल नहीं सकते है तो महिलाएं गली में बैठ नहीं सकती है। छत्तों पर कपड़े तक बंदरों के डर से महिलाएंन नहीं सुखा पा रही है। घर का दरवाजा अगर खुला रह जाए तो बंदर घर के अंदर घूस कर सामान उठा ले जाते हैं। हर रोज किसी न किसी मोहल्ले में बंदर किसी को काट रहे है। बंदरों को पकड़वाने की मांग काफी समय से करते आ रहे हैं।
वर्जन
बंदरों को पकड़वाने के लिए टेंडर छोड़ दिया गया है। बंदर पकड़ने का काम शुरू हो जाएगा। लोगों को बंदरों के आंतक से छुटकारा आने वाले दिनों में मिल जाएगा।
महाबीर धानिया, सचिव, नगर पालिका उचाना