भितरघात की वजह से जीती हुई सीट हरवाई गई: बचन सिंह आर्य
सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रहे एवं पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि भितरघात की वजह से जीती हुई सीट हरवाई गई है। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि सफीदों विधानसभा सीट पर कमल का फूल खिले। लूट की दुकानदारी चलाने वालो को डर था कि कहीं उनकी दुकानदारी बंद ना हो जाए।
संवाद सूत्र, सफीदों: सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रहे एवं पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि भितरघात की वजह से जीती हुई सीट हरवाई गई है। कुछ लोग नहीं चाहते थे कि सफीदों विधानसभा सीट पर कमल का फूल खिले। लूट की दुकानदारी चलाने वालो को डर था कि कहीं उनकी दुकानदारी बंद ना हो जाए। उन लोगों ने खाली मुझे ही नहीं बल्कि पार्टी, संगठन और प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी धोखा दिया है।
आर्य सदन में पत्रकारों से बातचीत में बचन सिंह आर्य ने कहा कि पार्टी ने अपने स्तर पर सब कुछ पता लगा लिया है और उन पर संगठन की ओर से निश्चित तौर पर कार्रवाई भी होगी। बचन सिंह आर्य ने किसी नेता का नाम तो नहीं लिया, लेकिन बातों-बातों में पार्टी के कुछ प्रमुख लोगों की ओर इशारा करते हुए दिखाई पड़े। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा करीब 15 हजार वोटों से जीती हुई थी, लेकिन सफीदों के अन्य नेता जोकि टिकट की चाह रखते है उन्होंने भी अपने-अपने स्तर पर भाजपा की बजाय कांग्रेस का साथ देने का काम किया। अपने आप को बड़े भाजपा नेता बताने वाले कई नेता तो अपने-अपने बूथों पर भारतीय जनता पार्टी को हराए हुए बैठे है। ऐसे में भाजपा हाईकमान ने ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। आर्य ने कहा कि पिछला 2014 का विधानसभा चुनाव भी भाजपा प्रत्याशी वंदना शर्मा भाजपा नेताओं के कारण ही हारी थी।