धान रोपाई का कार्य शुरू, 1.30 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित
मानसून की अच्छी बारिश की संभावना के चलते किसानों को बंपर पैदावार की उम्मीद फोटो: 16,
मानसून की अच्छी बारिश की संभावना के चलते किसानों को बंपर पैदावार की उम्मीद
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जागरण संवाददाता, जींद : जिले में धान रोपाई का कार्य 15 जून से शुरू हो गया है। अभी सफीदों व नरवाना के अलावा जींद के कुछ क्षेत्रों में जहां पानी की उपलब्धता ज्यादा है, वहां रोपाई शुरू हो गई है। वहीं बाकी हिस्सों में बारिश के बाद रोपाई के कार्य में तेजी आएगी। इस बार जिले में लगभग 1.30 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होने का अनुमान है। पिछले साल भी इतने ही एरिया में धान की फसल थी।
धान उत्पादन के मामले में सफीदों व नरवाना जिले में सबसे मुख्य क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में भूमिगत जल अच्छा होने के चलते 15 जून के आसपास धान रोपाई का काम शुरू हो जाता है। वहीं बाकी क्षेत्रों में मानसून की बारिश होने पर जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई प्रथम सप्ताह में रोपाई का काम शुरू होता है। हालांकि पिछले कुछ सालों में जुलाना में जल स्तर ऊपर आने व बारिश के सीजन में जलभराव होने से धान का रकबा बढ़ा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस साल मानसून की अच्छी बारिश होने की संभावना है, जिससे किसानों को धान की बंपर पैदावार होने की संभावना है।
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पिछले सीजन अच्छे रहे थे भाव
जिले में ज्यादातर बासमती किस्म 1121 धान की रोपाई होती है। पीआर धान का दो से तीन हजार हेक्टेयर ही रकबा रहता है। पिछले सीजन में 1121 किस्म के 3200 से 3500 रुपये के भाव रहे थे, जिससे प्रति एकड़ 60 से 70 हजार रुपये की पैदावार हुई। इस बार भी किसानों को धान के अच्छे भाव मिलने की आस है।
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आज बारिश की उम्मीद
पिछले कुछ दिनों से आसमान में छाए धूल के गुब्बार से शनिवार को कुछ राहत मिली। शनिवार दोपहर बाद अचानक मौसम परिवर्तन हुआ और आसमान में बादल छा गए। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को जिले में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। बारिश होने से धान रोपाई के कार्य में तेजी आएगी।