युवती से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों का नहीं लगा सुराग, दो टीमें गठित
सदर थाना क्षेत्र की युवती से प्रेम विवाह रचाकर अपने साथियों से सामूहिक दुराचार कराने के आरोपितों का महिला थाना पुलिस दूसरे दिन भी सुराग नहीं लगा पाई। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने दो टीमों का गठन किया है, जो आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की है।
जागरण संवाददाता, जींद : सदर थाना क्षेत्र की युवती से प्रेम विवाह रचाकर अपने साथियों से सामूहिक दुराचार कराने के आरोपितों का महिला थाना पुलिस दूसरे दिन भी सुराग नहीं लगा पाई। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने दो टीमों का गठन किया है, जो आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके लिए एक टीम महिला थाना और दूसरी सीआइए की टीम को लगाया है। पुलिस की टीमें हिमाचल व हिसार में आरोपितों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लगे। लिया।
युवती ने महिला थाना पुलिस को बताया कि वह जींद में पढ़ती थी। इस बीच में दीपक नामक युवक उसके संपर्क में आ गया। 10 अगस्त को जब वह कॉलेज में पढ़ने के लिए आई तो दीपक और उसके दोस्त दर्शन, राजीव उससे मिलने के लिए आए। उन्होंने उसका उसका अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद दीपक ने उससे जबरदस्ती शादी की। बाद में तीन दिन तक पुलिस सुरक्षा में रहने के बाद हिसार में कमरा किराये पर लेकर रहने लगे। वहां दीपक, उसका भाई हिमांशु, सचिन, प्रवीन और जसबीर ने उससे दुष्कर्म किया। उसके बाद दीपक उसे हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के भादू गांव में ले गया। वहां पर कई दिन तक रहे। वहां पर दीपक और उसके दोस्त अजय ने उससे दुष्कर्म किया। दीपक ने पिता सतीश को अपने पास बुला लिया। सतीश ने भी उससे अश्लील हरकत की। इसी बीच में वह किसी तरीके से आरोपितों के चुंगल से निकलने में कामयाब हो गई। महिला थाना पुलिस ने दीपक, उसके भाई हिमांशु, उसके पिता सतीश, गांव भादू निवासी अजय, दर्शन, राजीव, प्रवीन, सचिन, जसबीर के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, यौन शोषण करने का मामला दर्ज किया था।
डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि युवती से दुराचार करने के मामले में दो टीमों का गठन किया है और उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।