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धरने पर न भीड़ कम हो रही न किसानों का जोश : सतबीर

तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसानों का धरना 74वें दिन भी खटकड़ टोल प्लाजा पर जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Mar 2021 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 10 Mar 2021 06:00 AM (IST)
धरने पर न भीड़ कम हो रही न किसानों का जोश : सतबीर
धरने पर न भीड़ कम हो रही न किसानों का जोश : सतबीर

संवाद सूत्र, उचाना : तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसानों का धरना 74वें दिन भी खटकड़ टोल प्लाजा पर जारी रहा। धरने के आसपास के गांवों से किसान शेड्यूल के हिसाब से पहुंच रहे हैं। सर्वजातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला ने कहा कि सरकार की सोच थी कि आंदोलन जितना लंबा चलेगा, उससे किसानों का हौसला टूटेगा, किसानों की भीड़ कम होगी। आंदोलन को दिल्ली बॉर्डर पर 100 से अधिक दिन हो चुके हैं तो खटकड़ टोल पर 74 दिन हो चुके हैं। किसान धरने पर न तो भीड़ कम हो रही है न ही किसानों का जोश। किसानों की भीड़ पहले से अधिक बढ़ रही है तो जोश किसानों की ताकत बन रहा है। धरने पर खटकड़ टोल पर राकेश टिकैत की रैली में हिस्सा लेने आए करसिधु के सोनू, पालवां विकास सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। दोनों को किसानों के धरने पर सम्मानित किया गया। अनूप करसिधु ने कहा कि किसान आंदोलन जन आंदोलन बन चुका है। आंदोलन को बांटने की कोशिश सरकार ने की लेकिन वो सफल नहीं हुई। आज हर वर्ग आंदोलन के साथ जुड़ चुका है। आंदोलन कितना ही लंबा चले, उसको लेकर किसान तैयार हैं। गेहूं के सीजन से पहले ही गेहूं की कटाई कैसे, कब होगी, इसको लेकर किसान तैयारी कर चुके हैं। अगर केंद्र सरकार किसान हितैषी है तो तुरंत प्रभाव से तीनों कृषि कानूनों को रद करें। केंद्र सरकार राजहठ को छोड़े। किसानों की बात तो सुननी ही होगी। मौके पर आजाद पालवां, बिजेंद्र सिधु, भीरा करसिधु, अनीष खटकड़ मौजूद रहे।

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