यात्रियों की लापरवाही पड़ रही बस चालक-परिचालकों पर भारी, कोरोना संक्रमण की चपेट में आने लगे चालक-परिचालक
जिले में कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है लेकिन लोगों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही। सार्वजनिक जगहों पर भी लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। रोडवेज और प्राइवेट बसों में चालक-परिचालकों को मास्क लगाने के आदेश दिए हैं और साथ ही यह भी कहा है कि यात्रियों से भी मास्क लगाने की अपील की जाए लेकिन अगर चालक-परिचालकों द्वारा यात्रियों को मास्क लगाने के लिए कहा जाता है तो कुछ लोग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।
जागरण संवाददाता, जींद : जिले में कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है लेकिन लोगों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही। सार्वजनिक जगहों पर भी लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। रोडवेज और प्राइवेट बसों में चालक-परिचालकों को मास्क लगाने के आदेश दिए हैं और साथ ही यह भी कहा है कि यात्रियों से भी मास्क लगाने की अपील की जाए लेकिन अगर चालक-परिचालकों द्वारा यात्रियों को मास्क लगाने के लिए कहा जाता है तो कुछ लोग झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में रोडवेज के चालक-परिचालक भी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं।
मंगलवार को ही रोडवेज के दो परिचालक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, इससे दूसरे चालक-परिचालकों के चेहरे पर भी चिता के बादल साफ दिखाई देने लगे हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए परिवहन विभाग ने आदेश दे रखे हैं कि बसों में 26 से ज्यादा यात्री न बैठें लेकिन लोकल रूटों पर चलने वाली बसें पहले की तरह यात्रियों से भरकर ही जा रही हैं। ज्यादातर यात्री मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे। कई बसों यात्री क्षमता से अधिक हो जाते हैं, इससे संक्रमण के बड़े स्तर पर फैलने की आशंका बनी हुई है। जिले में कोरोना का आंकड़ा 9 हजार पर पहुंच गया है और सैंपलों में हर दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव मिल रही है, इसके बावजूद लोग संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
चालक-परिचालकों तक पहुंच चुका है कोरोना
मंगलवार को रोडवेज के दो चालक कोरोना संक्रमित मिले हैं। यह बेहद चिता का विषय है, क्योंकि अगर परिचालक संक्रमित हो गया तो उसके साथ संक्रमितों की पूरी चेन जुड़ जाएगी। बस में टिकट बनाते समय परिचालक डायरेक्ट यात्रियों के संपर्क में आ जाता है, इससे कोरोना फैलने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं। यात्रियों की इस लापरवाही से जिले में कोरोना से हालात बेकाबू होने लगे हैं और साथ ही कोरोना शहर से लेकर गांव तक फैलने लगा है।
कुछ ग्रामीण रूटों की बसें बंद करने पर विचार
कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज और स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों से बसों में यात्री नहीं आ रहे। बसों में यात्रियों की संख्या कम होने के चलते बसें खाली ही चल रही है। इस पर डिपो प्रबंधन का विचार ग्रामीण रूटों की बसें 30 अप्रैल तक बंद रखने पर विचार चल रहा है।
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने कहा कि सभी चालक-परिचालकों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि ड्यूटी के दौरान मास्क जरूर लगाएं और साथ में सैनिटाइजर रखें। इसके अलावा ग्रामीण रूटों की बसें अभी बंद तो नहीं की गई है लेकिन जिस रूट पर यात्री ही नहीं होंगे, उस रूट पर बसें भेजने का कोई फायदा नहीं होगा।