सुकृति को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजेगा एनसीइआरटी
डीएवी पब्लिक स्कूल की पीजीटी अध्यापिका सुकृति को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
जागरण संवाददाता, जींद : डीएवी पब्लिक स्कूल की पीजीटी अध्यापिका सुकृति को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजा जाएगा। अशक्त छात्रों को विज्ञान के प्रति आस्थावान बनाने व पढ़ाई की नवाचार पद्धति खोजने के लिए किए गए शोध पर राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान परिषद (एनसीइआरटी) नई दिल्ली ने उनका चयन किया है।
सुकृति ने पिछले एक वर्ष से विभिन्न प्रकार के छात्रों की विज्ञान के प्रति अभिरुचियों एवं उदासीनता का गहराई से अध्ययन किया और अपनी समझबूझ से उनमें विज्ञान के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए शिक्षण पद्धतियों पर प्रयोग किए। इसके परिणाम काफी अच्छे रहे। एनसीईआरटी ने उनके विषय को एक वर्ष पूर्व शोध के लिए स्वीकार किया था। बीते दिनों नई दिल्ली में शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में उनका चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए किया गया। इस कार्यशाला में देशभर से चुने हुए 34 शिक्षकों ने भाग लिया। सुकृति ने नवाचार पद्धतियों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सुकृति वर्तमान में केएल आर्य डीएवी पब्लिक स्कूल हिसार में बायोलॉजी विभाग में पीजीटी पद पर कार्यरत हैं। लेकिन उनका यह शोध पत्र डीएवी पब्लिक स्कूल जींद में संपूर्ण हुआ, इसलिए दोनों स्कूलों में खुशी का माहौल है।
दस हजार नकद व प्रशस्ति पत्र मिलेगा
सुकृति के पिता डीएवी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने बताया कि एनसीईआरटी की ओर से सुकृति को रुपये 10 हजार रुपये नगद तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। सुकृति के इस विषय को पीएचडी के लिए भी स्वीकार किया गया है। सुकृति ने आइसर मोहाली से जीव विज्ञान में एमएससी की उपाधि प्राप्त की तथा एमए एजुकेशन और बीएड की उच्च डिग्रियां प्राप्त की हैं। उन्होंने 11वीं कक्षा में कन्या भ्रूण हत्या पर एक काव्य ग्रंथ लिख कर भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को भेंट किया था, जिस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 51 हजार का पुरस्कार प्रदान कर छात्रा का हौसला बढ़ाया था।
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