जिले के 141 कब बुलबुल नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड से सम्मानित होंगे
प्राथमिक कक्षाओं को मिलने वाले सर्वोच सम्मान नेशनल गोल्डन ऐरो अवार्ड पर एक बार फिर जींद जिले के बचों ने कब्जा किया है।
जागरण संवाददाता, जींद : प्राथमिक कक्षाओं को मिलने वाले सर्वोच्च सम्मान नेशनल गोल्डन ऐरो अवार्ड पर एक बार फिर जींद जिले के बच्चों ने कब्जा किया है। जिले के 141 चयनित कब को दिल्ली में 19 से 23 फरवरी तक चलने वाले समारोह में नेशनल चीफ कमिश्नर द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
कब बुलबुल के जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ की अगुआई में इन बच्चों ने लगातार 12वें वर्ष यह उपलब्धि हासिल की है। वशिष्ठ ने जींद की कब बुलबुल गतिविधियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। प्राथमिक कक्षाओं के छोटे बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया जाता है। इन छोटे बच्चों में लड़कों को कब और लड़कियों को बुलबुल का नाम दिया गया है। कब बच्चों की गतिविधियां मोगली की कहानी पर आधारित होती हैं, जिसमें छोटे खेल होते हैं। कब बुलबुल बच्चों को तारा स्टोरी से पक्षियों के जैसे तोता, मैना, कोयल आदि के खेल, कहानियां, स्वयं करके सीखने की क्रिया पर बल दिया जाता है। इनको प्रथम चरण से चतुर्थ चरण का पाठ्यक्रम खेल खेल में करवाया जाता है। चारों चरण के पाठ्यक्रम के बाद बच्चों को राज्य स्तर पर टेस्ट देना होता है, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड की चयन प्रक्रिया होती है। जींद जिले की कब बुलबुल बच्चों की गतिविधियों को देखने के लिए सऊदी अरब की टीम दो बार जींद का दौरा लगा चुकी है।
प्रदेशभर से 473 बच्चों का चयन
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह ने बताया कि नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड के लिए इस वर्ष हरियाणा से 473 कब बच्चे चयनित हुए हैं, जिसमे जींद के 141 बच्चे जींद जिले के हैं। उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज ने जिले के सभी ग्रुप लीडर, कब मास्टर व फ्लॉक लीडर को बधाई दी। पिछले वर्ष भी पूरे हरियाणा से 61 बच्चों को नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड मिला था।