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बीरेंद्र बोले, मोदी व शाह ने दी बृजेंद्र सिंह को टिकट

केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा से पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रत्याशी बनाया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 10:21 AM (IST)
बीरेंद्र बोले, मोदी व शाह ने दी बृजेंद्र सिंह को टिकट
बीरेंद्र बोले, मोदी व शाह ने दी बृजेंद्र सिंह को टिकट

संवाद सूत्र, उचाना (जींद)

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केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा से पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रत्याशी बनाया है। यह उन दोनों की पंसद है। हिसार लोकसभा के लोगों को गर्व होना चाहिए कि यहां की टिकट का फैसला खुद मोदी व शाह ने किया है। इसलिए इस बार पूरे प्रदेश से सबसे ज्यादा मतों से हिसार लोकसभा की सीट भाजपा को जीतने का काम करें। संसदीय क्षेत्र के सभी नौ हलकों में सबसे अधिक जीत उचाना से होनी चाहिए, क्योंकि यह उनका पैतृक गृह क्षेत्र है। कपास मंडी गेट के पास मार्केट कमेटी पूर्व चेयरमैन सज्जन सिंह के गोदाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भाजपा प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह, विधायक प्रेमलता की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि क्षेत्र के हितों के लिए वो 47 साल से राजनीति लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। अब यह लड़ाई बृजेंद्र सिंह लड़ेगा। जिस तरह से हलके के लोगों ने राजनीति तौर पर साथ दिया है, उसी तरह से अब बृजेंद्र सिंह का साथ देना है। --बेटे को दी पिता ने तीन सलाह

बीरेंद्र सिंह ने अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को तीन सलाह देते हुए कहा कि राजनीति में ईमानदारी से काम करें। किसी कार्य के लिए अगर वो कार्य बन सकता है तो उसकी पक्की हां कर उसको पूरा करवाने का काम करें। भेदभाव से कोई कार्य न करें। सबका विकास हो, इस सोच के तहत काम करें। बृजेंद्र सिंह ने कहा कि राजनीति में पहला कदम वो अपने गृह क्षेत्र से रख रहे हैं। महाभारत का जिक्र करते हुए जिस तरह से अर्जुन के सारथी भगवान कृष्ण बने थे, उसी तरह से मेरे चुनावी रथ के सारथी मेरे पिता बीरेंद्र सिंह हैं। मेरे को यह नहीं पता था कि मैं राजनीति में कदम रखता हूं तो मेरे को इतनी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी कि मेरे पिता को अपने पदों से इस्तीफा देना पड़ेगा। नौकरी में रहते हुए हो सकता है कि कोई मेरे से नाराज हुआ हो। वहां मेरा दायित्व कानून, नियमों के दायरे में काम करना था। अब मैं आप लोगों की सेवा, हकों की लड़ाई के लिए राजनीति में आया हूं। आप लोगों का साथ मुझे चाहिए। यह रिश्ता पांच साल का नहीं बल्कि ताउम्र का है, जो वर्षों से चला आ रहा है। इस मौके पर सज्जन सिंह, हरेंद्र डूमरखां, ओमप्रकाश थुआ, संजीव डूमरखां, सुरेंद्र गर्ग, सज्जन चौधरी, धर्मेंद्र चहल, राकेश उचाना खुर्द, रामनिवास दनौदा, रामकुमार दनौदा, मंजीत घोघड़िया, गुरनाम पालवां, संदीप हैबतपुर, सुरेंद्र श्योकंद, अनूप श्योकंद मौजूद रहे।


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