शिक्षण संस्थानों को कमाई का जरिया नहीं, शिक्षा हब बनाएं: ब्रह्मस्वरूप
हरिद्वार के जयराम आश्रम के संचालक व पूर्व उपकुलपति ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को कमाई का जरिया न बनाकर शिक्षा हब बनाने का प्रयास करें।
संवाद सूत्र, नरवाना : हरिद्वार के जयराम आश्रम के संचालक व पूर्व उपकुलपति ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को कमाई का जरिया न बनाकर शिक्षा हब बनाने का प्रयास करें, तभी हमारा उद्देश्य पूर्ण हो सकता है।
सनातन धर्म शिक्षा समिति की ओर से संचालित राजीव गांधी महाविद्यालय व एसडी पब्लिक स्कूल की प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बातचीत में ब्रह्मस्वरूप महाराज ने कहा कि किसी भी संस्थान को चलाने के लिए अनुशासन, सुरक्षा के साथ-साथ टीम वर्क भी जरूरी है। अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए अपनी खून-पसीने की गाढ़ी कमाई लगा देता है, इसलिए अध्यापकों का भी कर्तव्य बनता है कि वो विद्यार्थियों में अच्छे संस्कार पैदा करें, तभी शिक्षा का अर्थ सार्थक होगा। अपनी सोच सकारात्मक रखें और बच्चों के भविष्य की चिता करें। समिति संयोजक जोरा सिंह ने कहा कि उनका पूरा प्रयास है कि संस्थाओं के विद्यार्थी अच्छी शिक्षा ग्रहण कर उच्च पदों पर आसीन हो। बेटियों के लिए अच्छी शिक्षा तथा उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारे लिए सर्वोपरि है।
इस अवसर पर समिति संयोजक जोरा सिंह, कैलाश सिगला, रोशन मित्तल, रोहताश सिगला, मुकेश गोयल, कृष्ण कुमार, जियालाल गोयल, विनोद मंगला, प्राचार्या डा. बबीता गर्ग, अशोक गोयत आदि उपस्थित रहे।
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विद्या विहार स्कूल में 100 विद्यार्थियों के दांत जांचे
जींद: सामाजिक संस्था जेसीआइ जींद ब्रदर्स ने गांव राजपुरा स्थित विद्या विहार स्कूल में वूमन नर्चरिग एवं डेंटल चेकअप शिविर लगाया। डा. आकांक्षा अहलावत ने नौवीं से 12वीं कक्षा तक के 100 विद्यार्थियों के दांत चेक किए। डा. प्रवीण अहलावत ने बच्चों को सामान्य हेल्थ एवं दांतों की अच्छी देख-रेख कैसे हो, विषय पर छात्रों को जागरूक किया। संस्था के प्रधान जेसी सुरेश ढुल व संरक्षक जेसी दलशेर लोहान ने भी विचार रखे। छात्राओं को नारी सशक्तीकरण पर जागरूक किया।