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खुल रही फर्जीवाड़े की परतें, जींद में भी 434 फर्जी महिलाओं को लाभ देकर किया 21 लाख का फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता जींद जिला महिला एवं बाल विकास विभाग में अप्रेंटिस के तौर पर काम करने वा

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 05:07 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 06:15 AM (IST)
खुल रही फर्जीवाड़े की परतें, जींद में भी 434 फर्जी महिलाओं को लाभ देकर किया 21 लाख का फर्जीवाड़ा
खुल रही फर्जीवाड़े की परतें, जींद में भी 434 फर्जी महिलाओं को लाभ देकर किया 21 लाख का फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता, जींद : जिला महिला एवं बाल विकास विभाग में अप्रेंटिस के तौर पर काम करने वाले हिसार जिले के मिर्चपुर निवासी अतुल द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की परतें अब खुलने लगी हैं। उचाना में हुए फर्जीवाड़े के बाद सीडीपीओ ने जींद का रिकार्ड खंगाला तो यहां पर भी 21 लाख रुपये का गबन मिला, जिसमें प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत 434 फर्जी महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया है।

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जींद में फर्जीवाड़े को अंजाम देना 2018 में शुरू किया गया था। जुलाई 2020 तक लगातार यह फर्जीवाड़ा चलता रहा। आरोपित अतुल द्वारा महिलाओं को फर्जी तरीके से गर्भवती दिखाकर उनकी लिस्ट साइट पर अपलोड कर दी। ऑफिशियल आइडी और पासवर्ड उसके पास थे, इसलिए जो भी प्रोसेस मांगा गया, उसे उसने खुद ही पूरा कर दिया। इस तरह से 434 महिलाओं के पीएम मातृत्व योजना के आवेदन खुद ही स्वीकार कर उन्हें लाभ भी दे दिया गया, जबकि हकीकत में यह गर्भवती महिलाएं थी ही नहीं। जींद की सीडीपीओ मीना शर्मा ने इस पूरे मामले की शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी है। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2017 से 2018 तक सीडीपीओ कार्यालय जींद में मिर्चपुर का अतुल नामक युवक अप्रेंटिस के तौर पर कार्यरत था। अतुल ने कार्यालय की आईडी और पासवर्ड को चोरी कर फर्जी तरीके से गर्भवती महिलाओं के नाम पर लगभग 21 लाख रुपये की राशी हड़प ली। उन्होंने बताया कि जब सुपरवाइजर ने अपने रिकॉर्ड की जांच की तो पाया कि जिन महिलाओं का पंजीकरण उसके द्वारा नहीं किया गया है, ऐसी महिलाओं का पंजीकरण हुआ पाया गया। केंद्र सरकार की तरफ से इन महिलाओं के खाते में पांच हजार रुपये की राशि डली पाई गई।

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सीडीपीओ ने खंगाला ढाई साल का रिकार्ड

उचाना के बाद जींद के रिकार्ड में गबन मिलने पर जींद सीडीपीओ मीना शर्मा ने पिछले ढाई साल के रिकार्ड को बारीकी से खंगालना शुरू कर दिया है। इसमें उन्होंने 223 आंगनबाड़ी द्वारा भेजे गए एक-एक आवेदन की जांच की। इसके बाद जींद खंड में बनाए गए सभी 9 सर्कलों की सुपरवाइजर को इस काम की जांच के आदेश दिए और जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया।

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इस सर्कल में इतना हुआ फर्जीवाड़ा

सर्कल का नाम -गलत तरीके से पैसे लेने वालों की संख्या

अमरहेड़ी -88

बीबीपुर -161

दरियावाला -19

ईगराह -56

ईक्कस -7

खरकरामजी -18

निर्जन -41

सिधवी खेड़ा -18

दालमवाला -26


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