Move to Jagran APP

खापड़ में फौजी अनूप को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई

खापड़ गांव के फौजी अनूप कुमार (23) का अंतिम संस्कार वीरवार को राजकीय सम्मान के साथ किया गया। गनमीन माहौल में सैकड़ों ग्रामीणों ने शहीद को अंतिम विदाई दी गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 06:19 AM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 06:19 AM (IST)
खापड़ में फौजी अनूप को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई
खापड़ में फौजी अनूप को राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई

संवाद सूत्र, उचाना : खापड़ गांव के फौजी अनूप कुमार (23) का अंतिम संस्कार वीरवार को राजकीय सम्मान के साथ किया गया। गनमीन माहौल में सैकड़ों ग्रामीणों ने शहीद को अंतिम विदाई दी गई। पंजाब के फरीदकोट में 102 मिडिल रेजिमेंट में तैनात अनूप कुमार की मंगलवार को घास काटने की मशीन में करंट आने से मौत हो गई थी।

loksabha election banner

अनूप कुमार का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ वीरवार को घर पहुंचा। अविवाहित अनूप अपने पीछे पिता, मां, बड़ा भाई, दो बड़ी बहनों को छोड़ गया। अनूप कुमार के घर से शुरू हुई अंतिम यात्रा गांव के श्मशान घाट पहुंची तो वहां पांव रखने को जगह नहीं थी। गली में छतों पर खड़े होकर महिलाओं ने भी शहीद को नमन किया। भारत माता की जय, अनूप कुमार अमर रहे के जयकारों के साथ अंतिम विदाई दी गई। अनूप के चचेरे भाई नरेश ने बताया कि उनके परिवार को मंगलवार को फोन से इस हादसे की जानकारी मिली। तीन साल पहले अनूप सेना में गया था। लॉकडाउन से पहले वह छुट्टी आया हुआ था। 17 जून को वापस ड्यूटी पर गया था। ग्रामीणों ने बताया कि अनूप मिलनसार स्वभाव का था और फौज की बहादुरी के किस्से साथियों को बताता था।

बाइक के काफिले के साथ पहुंचे युवा गांव

अनूप कुमार के पार्थिव शरीर को बाइकों के काफिले के साथ गांव खापड़ लाया गया। यहां देशभक्ति गीतों के अलावा भारत माता की जय, अनूप कुमार अमर रहे के जयकारे गूंजे। एसडीएम उचाना डा. राजेश कोथ, जेजेपी कार्यालय सचिव प्रो. जगदीश सिहाग, कोथ कलां मठ के महंत शुक्राईनाथ योगी, अनाज मंडी प्रधान बलराज श्योकंद सहित गणमान्य लोगों, प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित करके अंतिम विदाई शहीद को दी। इस मौके पर नायब सूबेदार बलवान सिंह, नायब सूबेदार पवन कुमार, आरएचएम अत्तर सिंह, सरपंच प्रतिनिधि प्रदीप शमर, कर्ण सिंह दरोली, सतपाल करसिधु, चंद्रपाल शमर, मनोज श्योकंद, नरेंद्र खापड़ सहित गांवों के अलावा विभिन्न गांवों से गणमान्य लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

2018 से था तोपखाना में कार्यरत

यूनिट सूबेदार मेजर सुनील ने बताया कि अनूप कुमार को रेजिमेंट के जवानों ने शहीदी सम्मान दिया। अनूप कुमार रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी के 102 मध्य तोपखाना में 2018 से कार्यरत था। मंगलवार को अनूप कुमार का सैन्य कर्तव्य निर्वहन के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। प्राथमिक उपचार के लिए सैनिक अस्पताल ले जाया गया। जहां ने डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। सैन्य अस्पताल से रेजिमेंट में लाया गया। जहां उन्हें स्टेशन प्रमुख, रेजिमेंट प्रमुख एवं सभी पदों के द्वारा सैन्य कार्यवाही से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.