बारिश के दिनों बिजली के उपकरणों और खंभों से बच्चों को रखें दूर
अपना रोटी रथ सेवा समिति ने बच्चों के साथ बारिश के दौरान हो रहे हादसों को लेकर माता-पिता को जागरूक करने के लिए साप्ताहिक जागरूकता अभियान की शुरुआत की।
जागरण संवाददाता, जींद : अपना रोटी रथ सेवा समिति ने सोमवार को बच्चों के साथ बारिश के दौरान हो रहे हादसों को लेकर माता-पिता को जागरूक करने के लिए साप्ताहिक जागरूकता अभियान की शुरुआत की। अभियान की अध्यक्षता संस्था के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश राठौड़ करेंगे। मुकेश राठौड़ ने बताया कि बारिश के मौसम में आए दिन नादान बच्चों के साथ बिजली के खंभों, तार व घरेलू बिजली उपकरणों के साथ हादसे हो रहे हैं। इसी को लेकर संस्था की टीम लोगों के बीच में जाकर व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से माता-पिता को जागरूक करेगी। माता-पिता अपने अपने बच्चों को जागरूक करें कि बिजली के खंभे, तार व घर में रखे हुए बिजली उपकरणों से बचकर रहें। ताकि आए दिन हो रहे हादसों से बच्चों को बचाया जा सके। अभिभावक अपने अपने स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएं और अपने आसपास लोगों को इस विषय में जागरूक करें। बारिश के मौसम में बच्चों का जागरूक होना आवश्यक है। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक सब इंस्पेक्टर कर्मसिंह, उपाध्यक्ष शिवचरण शर्मा, गौरव शर्मा, नंदलाल, राममेहर उपस्थित थे।
हादसे में कर्मचारी मौत के कारण गोवंश पकड़ने के अभियान पर लगे ब्रेक
जागरण संवाददाता, जींद : सड़क हादसे में ठेकेदार के कर्मचारी सुनील की मौत के कारण शहर में गोवंश पकड़ने का अभियान भी रुक गया है। स्वजन नागरिक अस्पताल से शव नहीं उठा रहे। जिससे प्रशासन के भी हाथ-पैर फूले हुए हैं। स्वजनों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है। सोमवार को नगर परिषद ईओ सुशील कुमार ने गोवंश ठेकेदार और स्वजनों से बात की। उसके बाद उन्हें जिला नगर आयुक्त संजय संजय बिश्नोई और नगर परिषद प्रशासक एवं एसडीएम दलबीर सिंह से मिलवाया। लेकिन मांगों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। स्वजन मृतक सुनील की पत्नी को डीसी रेट पर नौकरी देने और 25 लाख रुपये देने की डिमांड कर रहे हैं। जब तक ये मामला नहीं निपट जाता, तब तक गोवंश पकड़ने का अभियान नहीं शुरू हो पाएगा। ईओ सुशील कुमार ने बताया कि फिलहाल गोवंश पकड़ने का अभियान बंद है।
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अन्ना टीम चलाएगी अभियान
सामाजिक संस्था अन्ना टीम सदस्य सुनील वशिष्ठ ने बताया कि अभी बरसात का मौसम है। जैसे ही बरसात रुकती है और रास्ते ठीक होते हैं। उनकी टीम गोवंश को नंदीशाला में भेजने का अभियान शुरू करेगी। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। अन्ना टीम ने इसी माह अभियान चलाते हुए दो रात में ही 100 गोवंश नंदीशाला पहुंचा दिए थे। जबकि ठेकेदार अब तक करीब 70 गोवंश ही पकड़ पाया है।