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जींद उपचुनाव में ताल ठोंकेगी सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी

कर्मपाल गिल, जींद जींद विधानसभा सीट पर होने वाले संभावित उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पारा धी

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 11:46 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 11:46 PM (IST)
जींद उपचुनाव में ताल ठोंकेगी सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी
जींद उपचुनाव में ताल ठोंकेगी सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी

कर्मपाल गिल, जींद

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जींद विधानसभा सीट पर होने वाले संभावित उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पारा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। उपचुनाव का शेड्यूल घोषित होते ही यह पारा पूरे शबाब पर पहुंच जाएगा। इस उपचुनाव की रोचक बात यह रहेगी कि कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी भी सियासी जंग में ताल ठोंकेगी।

लंबे समय से भाजपा से बगावत कर चुके सांसद राजकुमार सैनी ने दो सितंबर को पानीपत में रैली करके लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी बनाने का ऐलान किया था। तब उन्होंने सभी 90 विधानसभा सीटों और 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। दैनिक जागरण ने बुधवार को राजकुमार सैनी से जींद विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के बारे में बातचीत की तो उन्होंने कहा कि पार्टी पूरे दम-खम के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। वह किसी को हराने के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि जीत के लिए चुनाव लड़ेंगे। सैनी ने कहा कि चुनाव की घोषणा होते ही जींद में दस्तक दे दी जाएगी और पूरे तेवर के साथ चुनाव लड़ेंगे। सैनी के इस ऐलान जींद विधानसभा से विधायक बनने का सपना देखने वाले कई नेताओं के समीकरण बिगड़ सकते हैं। सैनी का फोकस पिछड़ा वोट बैंक पर है। लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी का प्रत्याशी पिछड़ा वर्ग की 50 फीसदी वोट भी ले जाता है तो चुनाव परिणाम अलग ही गुल खिलाएगा। इसका सबसे बड़ा नुकसान भाजपा और कांग्रेस को होने की संभावना है। हालांकि काफी कुछ दारोमदार इस बात पर भी रहेगा कि सैनी की पार्टी का प्रत्याशी कौन होता है। शहर में सैनी समुदाय के करीब 12 हजार वोट हैं। भाजपा की तरफ से प्रदेश सचिव जवाहर सैनी भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं। देखना यह भी होगा कि चुनाव में टिकट किसे भी मिले, लेकिन जवाहर सैनी अपने समुदाय के कितने वोटों को भाजपा के पाले में लाने में कामयाब होते हैं।

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--बिलों से बाहर निकले नेता

चुनाव आयोग ने अभी तक उपचुनाव के लिए तारीख घोषित नहीं की है, लेकिन राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता भी बरसाती मेंढ़कों की तरह बिलों से बाहर निकल आए हैं और लोगों के बीच पहुंचने लग गए हैं। साढ़े तीन साल से राजनीतिक परि²श्य से गायब और लोगों की समस्याओं से दूर इन नेताओं ने अब लोगों की मी¨टग लेनी शुरू कर दी है। ये नेता अपने समर्थकों के बीच जाकर खुद को टिकट का दावेदार बता रहे हैं। लोग भी इन नेताओं के बारे में खूब चटकारे ले रहे हैं। अब शहर के पार्कों, नुक्कड़ों व गांवों में लोगों के बीच सिर्फ एक ही चर्चा है कि उपचुनाव में किस पार्टी से कौन उम्मीदवार होगा? --शहर में नजर आने लगे होर्डिंग

चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं के शहर में होर्डिंग भी नजर आने लगे हैं। भाजपा की सीट पर पिछला चुनाव नजदीक से हारे सुरेंद्र बरवाला ने पूरे शहर में प्रधानमंत्री मोदी के मिशन स्वच्छ भारत के होर्डिंग लगा दिए हैं। इसी तरह अन्य नेताओं के फोटो भी होर्डिंग्स पर सजने लग गए हैं। चुनावी गर्मी बढ़ने के साथ ही अब पूरा शहर होर्डिंग्स से पटना शुरू हो जाएगा।


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