दो दिन में 1734 बुजुर्गो के हुए मेडिकल, 15 दिन बाद पता चलेगा किसकी बनेगी पेंशन
बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए आयु जांच मेडिकल कैंप में शनिवार को अंतिम दिन उचाना नरवाना उझाना अलेवा के 812 बुजुर्ग पहुंचे। शुक्रवार और शनिवार को दोनों दिनों में कुल 1734 बुजुर्गों ने अपनी आयु का आंकलन करवाया।
जागरण संवाददाता, जींद : बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए आयु जांच मेडिकल कैंप में शनिवार को अंतिम दिन उचाना, नरवाना, उझाना, अलेवा के 812 बुजुर्ग पहुंचे। शुक्रवार और शनिवार को दोनों दिनों में कुल 1734 बुजुर्गों ने अपनी आयु का आंकलन करवाया। अब 15 दिनों के बाद पता चलेगा कि कितने बुजुर्ग बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए योग्य पाए गए। शनिवार को भी बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जिन बुजुर्गो की उम्र 60 साल से ऊपर हो चुकी है लेकिन उनके पास अपनी आयु से संबंधित कोई प्रमाण-पत्र नहीं है, उनके लिए आयु जांच मेडिकल कैंप लगाया गया। चिकित्सकों की टीम ने बुजुर्गों के शारीरिक ढांचे को देख उनकी आयु का आंकलन किया। आयु के आंकलन में जो भी बुजुर्ग बुढ़ापा पेंशन के योग्य होंगे, उनके आवेदन स्वीकार कर लिए जाएंगे, बाकी के रिजेक्ट कर दिए जाएंगे। शनिवार को अंतिम दिन बुजुर्ग सुबह ही बीडीपीओ कार्यालय में जुटना शुरू हो गए थे। व्यवस्था बनाने के लिए कम पुलिसकर्मी ही तैनात थे। जब व्यवस्था बिगड़ती दिखी तो चिकित्सक टीम के डा. रमेश पांचाल ने खुद मोर्चा संभाला और व्यवस्था बनवाई। हॉल में सभी बुजुर्गों को बैठाया गया और फार्म एकत्रित करवाए।
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दूसरे दिन 812 बुजुर्गों ने करवाया मेडिकल
3 महीने बाद लगे दो दिवसीय मेडिकल कैंप में पहले दिन 922 और दूसरे दिन 812 बुजुर्गों ने अपनी आयु जांच को लेकर मेडिकल करवाया। 15 दिनों बाद जिन भी बुजुर्गों का आवेदन स्वीकार होगा, उन्हें समाज कल्याण विभाग से आवेदन लेकर सरल केंद्र के माध्यम से इसे ऑनलाइन करवाना होगा। ऑनलाइन करवाते समय आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर और रिहायसी प्रमाण-पत्र होना जरूरी है।
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सिविल अस्पताल में लगे पेंशन के लिए मेडिकल कैंप
दो दिनों तक पेंशन के लिए जद्दोजहद करने वाले बुजुर्गों ने मांग उठाई कि बुढ़ापा पेंशन के लिए आयु जांच मेडिकल कैंप या तो ब्लॉक स्तर पर लगे या फिर जींद के नागरिक अस्पताल में लगे। बुजुर्गों ने कहा कि बीडीपीओ कार्यालय में न तो खड़े होने की जगह है और न ही बैठने की। बीडीपीओ कार्यालय के अंदर से लाइन लगनी शुरू होती है तो यह सड़क पर आ जाती है। इससे आने-जाने वालों को भी परेशानी होती है। नागरिक अस्पताल में जगह भी खुली है और बैठने के लिए पार्क आदि की भी व्यवस्था सही है। बुजुर्गों ने मांग की कि अगली बार नागरिक अस्पताल में ही मेडिकल कैंप लगाया जाए।
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दोनों दिनों में जितने भी बुजुर्ग मेडिकल कैंप में आए थे, सभी के मेडिकल किए गए हैं। शारीरिक ढांचे के हिसाब से बुजुर्गों की आयु का आंकलन किया गया है। जो भी बुजुर्ग बुढ़ापा पेंशन के पात्र होंगे, उनकी पेंशन जरूर बनेगी।
-डॉ. रमेश पांचाल, वरिष्ठ चिकित्सक।
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जिन भी बुजुर्गों ने मेडिकल कैंप में भाग लिया, वह अपने दस्तावेज पूरे करवा लें, क्योंकि रिहायसी प्रमाण पत्र और बैंक खाता खुलवाने में समय लगता है। अगर आवेदन स्वीकार हुआ तो पेंशन जल्दी बन जाएगी। 15 दिनों के बाद समाज कल्याण विभाग कार्यालय से पता करवा लें कि उनका आवेदन स्वीकार हुआ है या रिजेक्ट।
-सरोज देवी, जिला समाज कल्याण अधिकारी।