राम मंदिर निर्माण में जिले के तीर्थों की मिट्टी डलना सौभाग्य : मंगला
आरएसएस और विश्व हिदू परिषद की ओर से 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन के लिए जिले के विभिन्न प्राचीन तीर्थों से मिट्टी और जल संतो द्वारा मंत्रोच्चारण करने के बाद अयोध्या भेजा गया।
जागरण संवाददाता, जींद : आरएसएस और विश्व हिदू परिषद की ओर से 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन के लिए जिले के विभिन्न प्राचीन तीर्थों से मिट्टी और जल संतो द्वारा मंत्रोच्चारण करने के बाद अयोध्या भेजा गया। कार्यक्रम में मौजूद संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राम जन्म भूमि निर्माण को लेकर किए गए विभिन्न आंदोलनों के अनुभव सांझा किए। गोपाल विद्या मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी सूर्यानंद सरस्वती, शहर के पुरानी सब्जी मंडी स्थित डेरा ज्वालमाला के महंत स्वामी सदानंद, रोहतक से स्वामी सोमपाल, कैरखेड़ी कपिलेश्वर मंदिर से स्वामी विक्रमगिरी, फतेहाबाद से स्वामी दिव्यानंद, स्वामी कृष्णगिरी ने शिरक्त की।
जिला संघ चालक तिलक और विश्व हिदू परिषद के जिला प्रधान महेश मंगला ने कहा कि 5 अगस्त को पीएम द्वारा भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा। पूरे देश से तीर्थों की मिट्टी और पवित्र जल मंगवाया जा रहा है, ताकि वहां पर राम मंदिर की नींव में डाला जा सके। इसी कड़ी में जींद के तीर्थ पांड़ू़ पिडारा, रामराय, कहसून समेत अनेक तीर्थों की अयोध्या भेजी जानी वाली मिट्टी और जल को कलश में डालकर उसका पूजन किया गया। मंगला ने कहा कि उनके लिए सौभाग्य की बात है कि यहां की मिट्टी भगवान श्रीराम के मंदिर की नींव में डाली जाएगी। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष महेश सिघल ने अपने राम मंदिर के लिए किए गए आंदोलनों के अनुभव सांझा करते हुए कहा कि वह राम मंदिर के लिए चलाई गई मुहिम से 1982 से जुड़े हैं। इस मौके पर भालचंद्र, राधेश्याम मित्तल ने भी अपने अनुभव बताए। इस मौके पर जिला प्रचारक वीरभान, राधेश्याम चिल्लाना, गोपाल विद्या मंदिर संस्था के प्रधान जितेंद्र सैनी, विवेक, सुंदरलाल, गायत्री विघापीठ से उत्तम, नंद लाल मिगलानी मौजूद रहे।