उदासीन व्यवस्था, हादसों का डर
दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे बेसहारा पशुओं को अड्डा बना हुआ है जो वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। रात को उनकी यह परेशानी और भी बढ़ जाती है क्योंकि विश्वकर्मा चौक से मोहलखेड़ा रेलवे पुल तक हाइवे की लाइटें गुल रहती हैं। मगर हाइवे अथारिटी का इस ओर ध्यान ही नहीं है। हाईवे की लाइटें हरियल चौक से रेलवे पुल तक बंद ही रहती हैं लेकिन विश्वकर्मा चौक से पुल तक की लाइटें तो शुरू में कुछ दिन जलने के बाद अब शो पीस ही बनी हैं
संवाद सूत्र, नरवाना : दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे बेसहारा पशुओं को अड्डा बना हुआ है, जो वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। रात को उनकी यह परेशानी और भी बढ़ जाती है, क्योंकि विश्वकर्मा चौक से मोहलखेड़ा रेलवे पुल तक हाइवे की लाइटें गुल रहती हैं। मगर हाइवे अथारिटी का इस ओर ध्यान ही नहीं है। हाईवे की लाइटें हरियल चौक से रेलवे पुल तक बंद ही रहती हैं, लेकिन विश्वकर्मा चौक से पुल तक की लाइटें तो शुरू में कुछ दिन जलने के बाद अब शो पीस ही बनी हैं
शहरवासी अनिल शर्मा, सोनू सैन, जयपाल देशवाल, अनिल मोहलखेड़ा, श्यामसुंदर अरोड़ा, मास्टर बलबीर, किताब सिंह मोर, राजेश भौंसले ने बताया कि हाईवे पर बेसहारा पशु मच्छरों से बचने के लिए शाम ढलते ही हाईवे पर आ जाते हैं और सड़क के बीच में बैठे जाते हैं। जिससे वाहन चालकों को ये बेसहारा पशु एकदम दिखाई नहीं देते हैं। जिस कारण वाहनों की सीधी टक्कर पशुओं से हो जाती है। जिसमें वाहन चालकों व पशुओं को चोट लग जाती हैं। उन्होंने कहा कि हाईवे की सड़कों से पशुओं को हटाने के लिए प्रबंध किए जाने चाहिए, ताकि कोई दुर्घटना न हो सके। साथ ही हाईवे अथारिटी से मांग की है कि इन स्ट्रीट लाइटों को जल्द ठीक करवाया जाए, जिससे कि संभावित दुर्घटना होने से बचा जा सके। इस संबंध में नेशनल हाईवे हिसार जोन जीएम कार्यालय से बात की गई, तो उन्होंने हाईवे पर खराब लाइटों को ठीक करवाने का आश्वासन दिया।
----------------- दिल्ली-पटियाला हाईवे पर खराब पड़ी लाइटों को जल्द ठीक करवाया जाएगा, ताकि संभावित दुर्घटना को टाला जा सके। वाहन चालकों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। सुनील जिदल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआइ, हिसार