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आईडीएसपी कार्यालय में शराब पीने के मामले की फुटेज मिली गायब, रिकवरी एक्सपर्ट को बुलाया

जींद नागरिक अस्पताल के आईडीपीएस कार्यालय में पांच कर्मचारियों द्वारा शर

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 06:30 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 06:30 AM (IST)
आईडीएसपी कार्यालय में शराब पीने के मामले की फुटेज मिली गायब, रिकवरी एक्सपर्ट को बुलाया
आईडीएसपी कार्यालय में शराब पीने के मामले की फुटेज मिली गायब, रिकवरी एक्सपर्ट को बुलाया

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल के आईडीपीएस कार्यालय में पांच कर्मचारियों द्वारा शराब पीते पकड़े जाने के बाद उस रात की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ही गायब मिली है। नौ सितंबर रात की फुटेज को रिकवरी करवाने के लिए एक्सपर्ट का सहारा लिया जा रहा है और बुधवार को दिल्ली से रिकवरी करने वाली टीम के एक्सपर्ट लोग आईडीपीएस कार्यालय में पहुंचे और सीसीटीवी कैमरों से गायब हुई फुटेज को रिकवर करने का कार्य शुरू कर दिया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज गायब होना कार्यालय की कार्यशैली पर ही सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में बिना किसी सीनियर अधिकारी की अनुमति के बिना सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कोई देख भी नहीं सकता है, लेकिन यहां तक डीपीआर से फुटेज ही गायब हो गई है। कैमरों की जांच के लिए सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन डा. रघुबीर पूनिया, मामले के जांच अधिकारी डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल मौजूद रहे। इसके अलावा जांच अधिकारी बनाए गए डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल के लिए कर्मचारियों को नोटिस जारी करके इसके लिए जवाब मांगा है।

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शिकायकर्ता आया सामने, एडीसी को जांच की मांग

आईडीपीएस कार्यालय में शराब पीने के मामले में बुधवार को शिकायकर्ता कानूनगो मोहल्ला निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अरूण कुमार सामने आए हैं। अरूण कुमार ने शनिवार को डीसी डा. आदित्य दहिया से मिलकर एडीसी से जांच करवाए जाने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि जब सबकुछ सामने आ चुका है बावजूद अस्पताल प्रशासन जांच को लंबा खींच रहा है। डीसी को दी शिकायत में बताया कि नौ सितंबर को मीडिया व पुलिसकर्मियों ने आईडीएसपी शाखा में पहुंचे थे जहां यहां कार्यरत कर्मियों ने कार्यालय को मयखाना बनाया हुआ था। पुलिस ने मौके से शराब की बोतलें व अन्य खाने-पीने का सामान भी बरामद किया था। बाकायदा दो कर्मियों को तो कमरे से मुंह छुपाते हुए निकलते हुए भी दिखाया गया। आज इस मामले को पांच दिन होने को हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर कार्रवाई की जांच कहते हुए इन्हें बचा कर इन कर्मियों के हौंसले बुलंद करने का प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक इन कर्मियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत देना तो दूर अनुशासनात्मक कार्रवाई तक अमल में नहीं लाई गई है। अब तक कार्यालय की सीसीटीवी फुटेज तक उपलब्ध नहीं हुई है। जिससे साफ जाहिर है कि जांच अधिकारी विभागाध्यक्ष इन कर्मियों को बचाने का काम कर रहे हैं।

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सेवादार को धमकाने का आरोप

शिकायकर्ता ने बताया कि कार्यालय पर तैनात सेवादार को इन कर्मियों द्वारा धमकाया जा रहा है। जबकि उस रात को सेवादार कार्यालय के नीचे बैठकर आरोपितों को घर जाने का इंतजार कर रहा था। अब शराब पीने वाले कर्मचारी सेवादार को देख लेने व जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पांच दिन बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद हैं। मामले की जांच निष्पक्षता से हो सके इसलिए इसकी जांच एडीसी को सौंपी जाए, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग कभी भी अपने कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा।

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वर्जन्::::::::::

सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा गया है। फिलहाल उस रात की फुटेज नहीं मिली है। फुटेज निकालने के लिए एक्सपर्ट को बुलाया गया है। जांच कमेटी पूरी निष्पक्षता से जांच कर रही है। जांच पूरी होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

डा. मनजीत सिह, सिविल सर्जन।


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