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आराम पसंद ¨जदगी दिल की बीमारी को देती न्योता : डॉ. दहिया

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल में बृहस्पतिवार को विश्व हृदय दिवस सिविल सर्जन डॉ. संजय

By Edited By: Published: Fri, 30 Sep 2016 12:15 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2016 12:15 AM (IST)
आराम पसंद ¨जदगी दिल की बीमारी को देती न्योता : डॉ. दहिया

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल में बृहस्पतिवार को विश्व हृदय दिवस सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया की देखरेख में मनाया गया। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य जनसाधारण में हृदय से संबंधित होने वाले रोगों, उनके परिणाम व उनके रोकथाम के लिए जागरूक बनाना है। विश्व में हृदय रोग से होने वाली मृत्यु की दर सबसे अधिक है। आज की भागदौड़ भरी ¨जदगी में किसी के पास अपने शरीर की देखभाल के लिए भी समय नहीं रहा है

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उन्होंने कहा कि वर्तमान में ज्यादातर मौतें दिल का दौरा पड़ने से हो रही हैं। इसका मुख्य कारण आराम पसंद ¨जदगी है। पहले के जमाने में लोग पैदल चलने के साथ ही साइकिल का ज्यादा इस्तेमाल करते थे। लेकिन आज थोड़ी दूर भी जाना हो तो दोपहिया वाहन या फिर कार से जाते हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोई कठिन परिश्रम नहीं करता, जिस कारण उनके शरीर में रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता और वह दिल की बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं। इसलिए सभी को प्रतिदिन व्यायाम व सैर करनी चाहिए।

डॉ. अनिल बिरला ने बताया कि इस बीमारी के मुख्य कारण खानपान में अनियमतताएं, आराम पसंद ¨जदगी आदि हैं। इसके अलावा जंक फूड, मसालेदार भोजन, शराब व तंबाकू का सेवन, देर रात को सोना व सुबह देर से उठना आदि भी प्रमुख कारण हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पहले व्यक्ति पौष्टिक आहार लेते थे। जैसे दही, लस्सी के अलावा गुड़ व चने की रोटी, हरी सब्जियां ग्रहण करते थे, सुबह जल्दी उठकर पैदल खेतों में जाते थे, शराब सेवन कम करते थे, जिस कारण वो स्वस्थ रहते थे। इसलिए हमें भी अगर दिल की बीमारी से बचना है तो खानपान में सावधानी बरतनी होगी।

जिला प्रोग्राम अधिकारी डॉ. तंवर ने बताया कि इस तरह के अधिकांश रोग अपनी प्राथमिक अवस्था में ही खत्म किए जा सकते हैं, अगर उनकी पहचान कर ली जाए या वह स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत बता दिए जाएं।

इस अवसर पर जिला प्रोग्राम अधिकारी डॉ. आरएस तंवर, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश भोला व डॉ. जितेन्द्र मौजूद थे।


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