डाइट में जेबीटी के दाखिले बंद कर निजीकरण को बढ़ावा दे रही सरकार : रेढू
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के राज्य उपप्रधान राजबीर रेढू ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में कार्यरत स्कूल प्राध्यापकों का रोजगार छीनना चाहती है।
जागरण संवाददाता, जींद : हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के राज्य उपप्रधान राजबीर रेढू ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में कार्यरत स्कूल प्राध्यापकों का प्रस्तावित आंतरिक समायोजन कर स्वीकृत पदों को सिकोड़ने का काम कर रहे हैं, जो न्यायसंगत नहीं है। प्रदेश में 21 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में जेबीटी के कोर्स के लिए मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाता था। साल 2018 में इन संस्थानों में जेबीटी के दाखिले बंद कर दिए। जेबीटी कोर्स के लिए दाखिले निजी संस्थानों में दिए जाते हैं। सरकारी संस्थान में जेबीटी कोर्स दो से पांच हजार रुपये खर्च में किया जा सकता था। जबकि निजी संस्थानों में 60 हजार से एक लाख रुपये खर्च आता है। जो निजीकरण को बढ़ावा है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में 336 स्कूल प्राध्यापक, 105 स्कूल प्राचार्य, 42 सहायक शोध एसोसिएट तथा 21 पद डाइट प्राचार्य के स्वीकृत हैं। सरकार डाइट का काम निजी हाथों में सौंपना चाहती है। जिससे हजारों पद समाप्त हो जाएंगे। गरीब लोगों की पहुंच से जेबीटी कोर्स दूर हो जाएंगे। डाइट में दाखिले को लेकर संस्थानों में कार्यरत स्कूल प्राध्यापकों के शिष्टमंडल ने थानेसर विधायक सुभाष सुधा से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। सरकार डाइट में इसी शैक्षणिक सत्र से जेबीटी कोर्स के दाखिले शुरू करे।
स्वामी विवेकानंद के आदर्शो का अपनाएं विद्यार्थी
जासं, जींद: राजकीय कन्या महाविद्यालय पिल्लूखेड़ा में स्वामी विवेकानंद जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह मनाया गया। इस मौके पर राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राज्य के कई विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से 195 युवाओं ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लिया। स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व जीवन वृत्त उनके आदर्शों और उनकी शिक्षाओं पर आधारित प्रतियोगिता के संयोजक प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने बताया विद्यार्थियों ने प्रश्नों के उत्तर बहुत हद तक सही दिए। जल्द उत्तर देने वाले युवाओं को विजेता की श्रेणी में रखा गया। महाविद्यालय प्राचार्य डा. मंजुलता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर आज भी हर विद्यार्थी सहर्ष अनुगमन करना चाहता है। इस मौके पर सहायक प्राध्यापिका बबिता पवार, सुरक्षा, दीपक कुमार, संजय कुमार, प्रदीप कुमार, देवेंदर और ग्रीन कुमार आदि मौजूद रहे।