आठ माह में बन कर तैयार होगा स्वर्ण जयंती पार्क, टेंडर हुआ अलॉट
शहर की महत्वपूर्ण योजना स्वर्ण जयंती पार्क के निर्माण के लिए टेंडर अलॉट हो गया है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। इस पार्क को विकसित करने पर करीब 1.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे और आठ माह में पार्क का कार्य पूरा होगा।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर की महत्वपूर्ण योजना स्वर्ण जयंती पार्क के निर्माण के लिए टेंडर अलॉट हो गया है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। इस पार्क को विकसित करने पर करीब 1.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे और आठ माह में पार्क का कार्य पूरा होगा। हरियाणा गठन के 50 साल पूरे होने पर प्रदेश सरकार ने स्वर्ण जयंती पार्क बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए सरकार ने बजट भी काफी समय पहले जारी कर दिया था। लेकिन लंबे समय तक ये योजना सिरे नहीं चढ़ पाई थी। करीब ढाई साल पहले स्वर्ण जयंती पार्क के निर्माण की फाइल बनी थी। कभी ड्राइंग तो कभी अन्य नियमों को पूरा करने में लगभग काफी समय बीत गया। इसी साल जुलाई में सभी नियमों को पूरा करने के बाद स्वर्ण जयंती पार्क के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया। लेकिन टेंडर के लिए मात्र एक ही फर्म ने आवेदन किया। एक ही आवेदन आने के चलते टेंडर जारी नहीं हो सके और दोबारा टेंडर मांगे गए।
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2.20 एकड़ में बनेगा भव्य पार्क
शहर के प्राचीनतम जयंती देवी मंदिर के बाहर पार्क को नया रूप दिया जाएगा। यहां 2.20 एकड़ में बने पार्क को स्वर्ण जयंती पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां ओपन जिम, फुटपाथ, फव्वारा, रेलिग, व योगा प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। आसपास के लोगों को इस आधुनिक पार्क में अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। पटियाला चौक क्षेत्र के लोग अब तक एक अच्छे पार्क के लिए तरस रहे थे। पार्क के साथ ही करीब दो साल पहले बनाई गई योजना के अनुरूप वाहनों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
मंदिर का है धार्मिक महत्व
मान्यता के अनुसार जींद का नाम ही जयंती देवी से पड़ा है। जयंती मंदिर जींद के लिए ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है। मंदिर के साथ पार्क बनाया गया है, लेकिन लंबे समय से यह पार्क उपेक्षित था। अब नगर परिषद ने पार्क को विकसित करने के लिए योजना बनाई है। पहले यहां पार्क को स्वर्ण जयंती पार्क बनाने के लिए नगर परिषद ने 99.66 लाख रुपये का प्रस्ताव तैयार किया था। शहरी निकाय विभाग आधुनिक पार्क बनाने के लिए इसकी कीमत बढ़ा दी।
फिलहाल बदहाल है पार्क
फिलहाल पार्क में अव्यवस्थाओं का आलम है। इसके एक ओर जहां हांसी ब्रांच नहर लगती है, वहीं दूसरी ओर बागवानी विभाग के बाग हैं। यहां से पार्क की दीवार टूटी हुई है। वहीं, पार्क के झूले व घास भी खराब हो चुकी है। जयंती देवी मंदिर में प्राचीन मंदिर होने के साथ-साथ संग्रहालय भी बनाया गया है। इसे देखने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों लोग यहां आते हैं। वहीं सैर के लिए भी सुबह शाम सैकड़ों लोग आते हैं।
वर्जन
जयंती देवी मंदिर जो जींद की धरोहर है। यहां स्वर्ण जयंती पार्क बनाया जाएगा। इसका टेंडर हो चुका है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। पार्क के बनने से जहां आसपास के लोगों को पार्क की अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। बच्चों के लिए झूले, ओपन जिम लगेगा। सैर करने के लिए फुटपाथ बनाया जाएगा। औषधीय व फलदार पौधे लगाए जाएंगे।
पूनम सैनी, प्रधान, नगर परिषद, जींद
आंबेडकर की प्रतिमा लगाने का रास्ता भी हुआ साफ
रानी तालाब पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है। अष्टधातु की प्रतिमा बनाने का ठेका तो विधानसभा चुनाव से पहले कुरुक्षेत्र की एजेंसी को नगर परिषद ने दे दिया था। लेकिन जिस ढांचे पर ये प्रतिमा स्थापित की जानी है। वो ढांचा संसद भवन की तर्ज पर बनेगा। जिसका लंबे समय से टेंडर नहीं हो पा रहा था। अब नगर परिषद ने जींद की एजेंसी को इसका वर्क ऑर्डर जारी कर दिया है। इस ढांचे पर करीब 25 लाख रुपये खर्च होंगे। वहीं अष्टधातु की प्रतिमा जिसमें सोना, चांदी, तांबा, सीसा, टिन, जस्ता, लोहा तथा पारा (रस) का प्रयोग किया जाएगा।