जुलाना के पूर्व विधायक परमेंद्र ढुल ने थामा कांग्रेस का हाथ, कृषि कानूनों के विरोध में छोड़ी थी भाजपा
पूर्व विधायक परमेंद्र ढुल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शनिवार रात को ढुल के घर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा आए थे। ढुल ने कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा छोड़ी थी। ढुल 2009 और 2014 में दो बार विधायक रह चुके हैं।
जेएनएन, जींद। नए कृषि कानूनों के विरोध में बीजेपी छोड़ चुके पूर्व विधायक परमेंद्र ढुल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शनिवार रात को ढुल के घर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा आए थे। परमेंद्र ढुल साल 2009 और 2014 में इनेलो के जुलाना विधायक रहे हैं। पिछले साल इनेलो के दो फाड़ होने के बाद विधानसभा चुनाव से पहले परमेंद्र ढुल बीजेपी में शामिल हुए थे और जुलाना से बीजेपी की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जेजेपी प्रत्याशी अमरजीत ढांडा से बड़े अंतर से वे हार गए थे।
गत दिवस ही परमेंद्र ढुल ने राजनीतिक भविष्य को लेकर अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी। किस पार्टी में शामिल होना है, मीटिंग में ये फैसला समर्थकों ने परमेंद्र ढुल पर ही छोड़ दिया था। इसके बाद शनिवार रात को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनसे मिलने पहुंचे और काफी देर तक बातचीत हुई। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में परमेंद्र ढुल ने बताया कि केंद्र सरकार ने जो नए कृषि कानून लागू किए हैं, वे किसान विरोधी हैं। इसलिए सभी किसान नेताओं को इसके खिलाफ एक मंच पर आना चाहिए। ढुल ने बताया कि वे बरोदा उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांगेंगे।
मिढ़ा के नजदीकी राजू लखीना हुड्डा से मिले
बीजेपी विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा के सबसे नजदीकी राजू लखीना भी शनिवार को पूर्व विधायक परमेंद्र ढुल के घर भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिले। उनके भी जल्द कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। डा. कृष्ण मिढ़ा के पिता स्वर्गीय पूर्व विधायक डा. हरिचंद मिढ़ा के चुनाव की जिम्मेदारी संभालते थे। राजू लखीना को विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा का दाहिना हाथ माना जाता है। लेकिन नगर परिषद प्रधान का चुनाव लड़ने की महत्वाकांक्षा के चलते ही राजू लखीना ने कांग्रेस का दामन थामा।