विकास कार्यो से रोक हटवाने को सीएम व डिप्टी सीएम से मिलेंगे जिला पार्षद
जिला परिषद के विकास कार्यों पर छह माह से लगी रोक के मामले में सोमवार को प्रधान प्रवीण घणघस के कार्यालय में पार्षदों ने मीटिग की। विकास कार्यों से रोक हटवाने के लिए पार्षदों ने जल्द ही सीएम और डिप्टी सीएम से मिलने का फैसला किया।
जागरण संवाददाता, जींद : जिला परिषद के विकास कार्यों पर छह माह से लगी रोक के मामले में सोमवार को प्रधान प्रवीण घणघस के कार्यालय में पार्षदों ने मीटिग की। विकास कार्यों से रोक हटवाने के लिए पार्षदों ने जल्द ही सीएम और डिप्टी सीएम से मिलने का फैसला किया। अगर उसके बाद भी रोक नहीं हटती है, तो पार्षद डीआरडीए के गेट पर ताला लगा कर धरने पर बैठेंगे। जरूरत पड़ने पर पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफे देने की भी चेतावनी दी है।
कार्यो पर लगी रोक से नाराज प्रधान प्रवीन घणघस ने शुक्रवार को जिला परिषद के दूसरे दिन सत्र को शुरू होने से पहले ही रद कर दिया था और ऐलान किया था कि कामों से रोक हटे बगैर कोई मीटिग या सत्र नहीं होगा। प्रवीन घणघस के पति नरेंद्र घणघस बीजेपी नेता हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के नजदीकी हैं, लेकिन जेजेपी जिला प्रधान कृष्ण राठी और पूर्व जिला परिषद प्रधान पदमा सिगला, जो जेजेपी नेत्री हैं, की शिकायत के बाद पंचायती राज विभाग डायरेक्टर ने जून में जिला परिषद के कामों पर रोक लगा दी थी। पार्षद पिछले महीने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से भी मिल चुके हैं। मीटिग में उप प्रधान उमेद सिंह रेढू, सतपाल उर्फ सत्तु, दिनेश डाहौला, दिनेश यादव, रीना रानी समेत करीब 15 पार्षद मीटिग में मौजूद रहे।
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ग्रांट वितरण पर सभी पार्षद सहमत
प्रधान प्रवीन घणघस ने बताया कि सभी जिला पार्षद एकजुट हैं और सभी वार्डों में बराबर ग्रांट वितरण पर सहमत हैं। प्रशासन जिला परिषद के कामों की जांच कर रिपोर्ट भी भेज चुका है, फिर भी रोक नहीं हटी है। सीएम और डिप्टी से मिला जाएगा, ताकि गांवों में विकास कार्य हो सकें।