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डोर टू डोर कूड़े के लिए 500 मकानों पर लगेगी एक गाड़ी

शहर में कूड़ा लिफ्टिग और मुख्य मार्गो की सफाई का ठेका 23 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। नया ठेका देने के लिए नगर परिषद ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यालय की तरफ से जारी गाइडलाइन के अनुसार नए सफाई के ठेके का शहर की आबादी के अनुसार एस्टीमेट बनेगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:32 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:32 AM (IST)
डोर टू डोर कूड़े के लिए 500 मकानों पर लगेगी एक गाड़ी
डोर टू डोर कूड़े के लिए 500 मकानों पर लगेगी एक गाड़ी

जागरण संवाददाता, जींद : शहर में कूड़ा लिफ्टिग और मुख्य मार्गो की सफाई का ठेका 23 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। नया ठेका देने के लिए नगर परिषद ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यालय की तरफ से जारी गाइडलाइन के अनुसार नए सफाई के ठेके का शहर की आबादी के अनुसार एस्टीमेट बनेगा। अनुमान के अनुसार एक आदमी का 450 ग्राम कूड़ा निकलता है। ठेकेदार को 480 से 500 मकानों का कूड़ा लाने के लिए एक गाड़ी लगानी होगी। शहर में करीब 45 हजार यूनिट हैं। उसके हिसाब से ठेकेदार को करीब 90 गाड़ियां शहर में लगानी होंगी।

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नगर परिषद ने अभी जो ठेका दिया हुआ है, वो 48 लाख रुपये महीना है। जिसमें डोर टू डोर कूड़े का उठान और मुख्य मार्गों की सफाई का काम शामिल है। ठेकेदार ने कूड़ा उठान के लिए 40 गाड़ियां लगाई हुई हैं और 100 से ज्यादा कर्मचारी हैं। नए ठेके में गाड़ियों के साथ-साथ कर्मचारियों की भी संख्या बढ़ानी होगी, जिससे एक महीने का ठेका एक करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।

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कूड़े के अनुसार तय होगी ठेका राशि

शहर में प्रतिदिन जितना कूड़ा निकलता है, उसी के अनुसार ठेका राशि तय होगी। अभी शहर की आबादी करीब 2.06 लाख है और प्रतिदिन 90 टन कूड़ा निकल रहा है। ठेकेदार को कूड़े को डोर टू डोर जाकर घरों से लाकर गीले व सूखे कूड़े को अलग करना होगा। मटेरियल फैसिलिटी सेंटर में कूड़े की छंटाई होगी। गीले कूड़े से खाद बनेगी और सूखे कूड़े से निकलने वाले प्लास्टिक व दोबारा प्रयोग होने वाली चीजों को निकाल कर सेल किया जाएगा।

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मकानों पर लगेगा आरएफआइडी टैग

घरों से कूड़ा लेने के लिए गाड़ियों को भेजने में ठेकेदार गड़बड़ी नहीं कर सकेगा। गली में गाड़ी आई थी या नहीं, इसकी निगरानी के लिए हर गली में 10 प्रतिशत मकानों पर आरएफआइडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस) टैग लगाए जाएंगे। गाड़ियों पर भी आरएफआइडी रीडर स्कैनर लगाए जाएंगे, जिससे गाड़ी की लोकेशन का पता लगेगा। अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि उनकी गली में कूड़ा लेने के लिए ठेकेदार की गाड़ी या रिक्शा नहीं आई।

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वर्जन

मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में सफाई ठेके के लिए एक जैसे नियम तय किए हैं। उन्हीं नियमों के अनुसार नया ठेका दिया जाएगा। इसमें क्या-क्या प्रावधान हैं, उनका अध्ययन कर एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। जल्द ही एस्टीमेट तैयार कर मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर मांगे जाएंगे।

डा. एसके चौहान, ईओ, नगर परिषद, जींद


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