प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मीटिग के लिए एसडीएम से मिले विरोधी पार्षद
नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मीटिग बुलाने के लिए वीरवार को विरोधी पार्षद एसडीएम सत्यवान मान से मिले। पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए 18 सितंबर को डीसी डा. आदित्य दहिया को शपथ पत्र सौंपा था।
जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मीटिग बुलाने के लिए वीरवार को विरोधी पार्षद एसडीएम सत्यवान मान से मिले। पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए 18 सितंबर को डीसी डा. आदित्य दहिया को शपथ पत्र सौंपा था। डीसी ने इस मामले में एसडीएम को जिम्मेदारी सौंपी है। डीसी के समक्ष शपथ पत्र सौंपते समय मौके पर 20 पार्षद मौजूद थे और 21वें पार्षद उप प्रधान सुभाष जांगड़ा के जेल में होने के चलते कोर्ट के माध्यम से उनका हस्ताक्षर किया हुआ शपथ पत्र दिया गया था। जिस पर प्रधान पूनम सैनी ने ऐतराज जताते हुए डीसी को अपनी आपत्ति भेजी थी। सरकार द्वारा लागू नए एक्ट का भी हवाला दिया गया था कि नगर परिषद प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता। डीसी ने सभी कानूनी पक्षों को जांच कर अगली कार्रवाई करने की बात कही थी। अब डीसी ने एसडीएम को जिम्मेदारी सौंप दी है। जो सभी पहलुओं को जांच कर अविश्वास प्रस्ताव पर मीटिग बुलाने को लेकर फैसला लेंगे। एसडीएम से मिलने पहुंचे पार्षद प्रवीन बेनिवाल, विनोद आसरी, जिले सिंह जागलान, संजय गोयल, हरिश अरोड़ा, बबली, रविद्र राणा, रिकू नागर ने बताया कि एसडीएम ने सभी प्रक्रियां पूरी कर जल्द अविश्वास प्रस्ताव के लिए मीटिग बुलाने का आश्वासन दिया है। उनके पास पूर्ण बहुमत है और नियमानुसार उप प्रधान सुभाष जागड़ा का शपथ पत्र दिया गया है। पार्षदों ने दूसरे जिलों की नगर परिषद व नगरपालिकाओं में प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिग के लिए डेट मिलने का हवाला देते हुए कहा कि जब वहां डेट दी गई है, तो जींद नगर परिषद में भी प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शपथ पत्र सौंपने के 15 दिन बाद अविश्वास प्रस्ताव की मीटिग किसी भी समय बुलाई जा सकती है। अगले सप्ताह मीटिग बुलाए जाने की उम्मीद है।
वर्जन
पार्षदों ने प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए डीसी को शपथ पत्र सौंपे थे। इस मामले में डीसी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है। एलएफए (लोकल फंड सहायक) ब्रांच से संबंधित फाइल मंगवाई है। जो पार्षदों के शपथ पत्र आए हैं, उनकी जांच कर नियमानुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-सत्यवान मान, एसडीएम