नरवाना के विधायक की गाड़ी पर दस साल बाद लगेगी झंडी
नरवाना विधानसभा क्षेत्र में सत्ता में भागीदारी का सूखा दस साल बात खत्म हुआ है। प्रदेश सरकार ने जेजेपी के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन बनाया है।
संसू, नरवाना : नरवाना विधानसभा क्षेत्र में सत्ता में भागीदारी का सूखा दस साल बात खत्म हुआ है। प्रदेश सरकार ने जेजेपी के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का चेयरमैन बनाया है। समाजसेवा के जरिए विधानसभा पहुंचे सुरजाखेड़ा को चेयरमैन बनाने से नरवाना में जेजेपी को अब और मजबूती मिलेगी।
नरवाना से 2005 में विधायक बने रणदीप सुरजेवाला ही हुड्डा सरकार की पहली पारी में मंत्री बने थे। इसके बाद वह कैथल पलायन कर गए और नरवाना की सत्ता में भागीदारी से दूरी बन गई। नरवाना से वर्ष 2009 और 2014 के चुनाव में इनेलो की टिकट पर विधायक बने पिरथी नंबरदार विपक्ष की बेंच पर बैठते थे। 2009 में कांग्रेस सरकार आई और 2014 में भाजपा सत्ता में पहुंची। ऐसे में नरवाना सत्ता से दूर रहा। इसका खामियाजा भी हलके के लोगों को उठाना पड़ा। विधायक पिरथी नंबरदार कहते रहे कि पहले कांग्रेस, फिर भाजपा ने हलके से भेदभाव किया। कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दिया। लेकिन अब भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में जेजेपी विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को चेयरमैन बनाया गया है। जेजेपी के 10 विधायक हैं, जिनमें से दुष्यंत चौटाला खुद डिप्टी सीएम हैं। इसलिए जिले को दूसरा मंत्री पद मिलना मुश्किल था। ऐसे में पहले से ही संभावना थी कि सुरजाखेड़ा को निगम-बोर्ड में चेयरमैन बनाया जा सकता है। नरवाना हलके के लोगों की देवीलाल में श्रद्धा रही है। ओमप्रकाश चौटाला भी यहां से विधायक रह चुके हैं। अब इनेलो का सारा काडर जेजेपी में आ गया है। अब हलके में जेजेपी को मजबूत करने के लिए दुष्यंत चौटाला ने रामनिवास सुरजाखेड़ा की सत्ता में भागीदारी करवाई है। विधायक का रुतबा बढ़ने से कार्यकर्ताओं के काम आसानी से हो सकेंगे और वह हलके के लिए बड़े प्रोजेक्टों की मजबूती से पैरवी कर सकेंगे। जेजेपी के हलका अध्यक्ष मियां सिंह सिहाग, बिट्टू नैन, सुभाष लांबा, ईश्वर खरल, सुरेंद्र गोयत, पवन नैन, कश्मीरा नैन, संदीप, चरणजीत मिर्धा, भूपेंद्र मोर, सत्यनारायण, तरसेम, अनिल, सतीश सुरजाखेड़ा, राजेंद्र मोर, जगबीर, सोनू आदि ने सुरजाखेड़ा को चेयरमैन बनाने पर खुशी जाहिर की है।