गर्मी बढ़ने से गेहूं का दाना पिचकने से फसल उत्पादन घटने का डर
लगातार बढ़ रही गर्मी से किसानों को गेहूं की फसल में नुकसान होने का डर सता रहा है। ज्यादा गर्मी के कारण समय से पहले गेहूं की फसल पकेगी।
जागरण संवाददाता, जींद : लगातार बढ़ रही गर्मी से किसानों को गेहूं की फसल में नुकसान होने का डर सता रहा है। ज्यादा गर्मी के कारण समय से पहले गेहूं की फसल पकेगी। जिससे दाना सिकुड़ने की वजह से बारीक रह सकता है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि प्रति एकड़ एक से डेढ़ मन उत्पादन घट सकता है। रामकली गांव के किसान शक्ति, दिनेश, शामलो के सतीश व अन्य किसानों ने बताया कि जनवरी में ठंड ज्यादा थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों में अचानक तापमान बढ़ गया। इसका फसल पर साफ असर दिखाई देने लगा है। गेहूं की फसल में चेपा की बीमारी भी आने लगी है। अगर इसी तरह तापमान ज्यादा रहा, तो मार्च के अंत में गेहूं की फसल समय से पहले पक जाएगी और उत्पादन भी कम होगा। पिछले साल ठंड अच्छी थी और अप्रैल के दूसरे सप्ताह में कटाई शुरू हुई थी। जिससे उत्पादन भी अच्छा हुआ था। जिले में लगभग 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। सिचाई करें किसान
कृषि विज्ञान केंद्र पिडारा के प्रभारी डा. बीपी राणा ने बताया कि तापमान सामान्य से अधिक है। जिससे गेहूं का दाना सिकुड़ने से बारीक रह सकता है। इस समय गेहूं के खेत में नमी जरूरी है। जमीन की नमी सूखने ना दें और जरूरत अनुसार समय-समय पर सिचाई करते रहें। इससे गर्मी के असर को कुछ कम किया जा सकता है। अगर फसल में चेपा की शिकायत है, तो मेलाथिओन दवाई का स्प्रे करें। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए पंजीकरण जरूरी : डॉ. देवेंद्र
संवाद सूत्र, नरवाना : गांव सुरजाखेड़ा में कृषि विभाग के तत्वावधान में एसडीओ डॉ. देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण करवाने के लिए किसान जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को बताया गया कि वह अपनी फसल का पंजीकरण जरूर करवाए ताकि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदकर सके। इसके लिए किसान पहले अपना परिवार पहचान पत्र, बैंक पास बुक, आधार कार्ड, फर्द लेकर अटल सेवा केंद्र पर पंजीकरण करवायें। किसानों के पास एंड्रायड फोन है तो वह भी फसल डॉट हरियाणा डॉट गवर्नमेंट डॉट इन की साइट पर पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अतिरिक्त कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों में अनुदान लेने हेतु भी पंजीकरण आवश्यक है। किसानों को कृषि संबंधी जानकारी समय पर उपलब्ध करवाना व ऑनलाइन पोर्टल पर खाद, बीज, ऋण एवं कृषि उपकरणों की सब्सिडी समय पर उपलब्ध करवाना, इस योजना के जरिये फसल की बिजाई- कटाई का समय और मंडी संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाना एवं प्राकृतिक आपदा के समय सही समय पर सहायता दिलाना। यह अभियान नरवाना के 14 गांवों में आयोजित किया गया। मौके पर डॉ. कुलदीप शर्मा, राजेश एटीएम, रामकेश, जयभगवान, सतपाल, विक्रम मौजूद रहे।