स्कूल खोले जाने की मांग को लेकर डीसी से मिलेंगे किसान
खटकड़ टोल पर चल रहे किसानों की धरने की रविवार को नफे सिंह जुलानी ने अध्यक्षता की। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
संवाद सूत्र, उचाना : खटकड़ टोल पर चल रहे किसानों की धरने की रविवार को नफे सिंह जुलानी ने अध्यक्षता की। क्रमिक अनशन पर राजकुमार, रामकुमार, हिम्मत, महेंद्र, डा. धन सिंह जुलानी रहे। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि सोमवार को खटकड़ धरने से सात सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल डीसी डा. आदित्य दहिया से मिलेगा। जहां पर सभी कक्षाओं के स्कूलों को 15 जुलाई से खोले जाने की मांग की जाएगी। जब स्कूल संचालक सभी नियमों का पालन करने की बात कह रहे है तो सभी स्कूलों को एक खोला जाए ताकि जो विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। आनलाइन विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर सकते है। स्कूल बंद होने से जहां विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो प्राइवेट स्कूल संचालक, अध्यापक परेशान है।
प्राइवेट स्कूल प्रधान नरेंद्र वत्स ने कहा कि किसान आंदोलन का समर्थन प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा किया गया। स्कूल संचालक खेती से जुड़े है ऐसे में वो किसान, खेती के बारे में जानते है। जो किसान, मजदूर की मांग है वो जायज है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वो किसानों की मांग को माने। सात महीने से अधिक समय किसानों को टोलों के पास धरने देते हो गया है। दिल्ली बार्डर पर किसान अपने परिवारों के साथ धरनों पर बैठे है। किसान मन बन चुका है कि उनकी मांगों को माने जाने के बाद ही वो घर वापस करेगा।
इस मौके पर बिजेंद्र सिधु, रणधीर चहल, हरिकेश काब्रच्छा, संदीप बड़ौदा, राजेश, महीपाल, जगदीश, अजमेर, कुलबीर मलिक, जंगीर पालवां, नफे सिंह, प्रदीप, सिक्किम सफा खेड़ी, गीता, अनिता खटकड़, आरती, कृष्णा, राजबाला बरसोला मौजूद रही।