किसान खेत व परिवार के साथ आंदोलन में भी समय दें: टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ऐलनाबाद चुनावों में भारतीय किसान यूनियन ने किसी भी पार्टी या उसके प्रत्याशी को कोई समर्थन दिया है।
संवाद सूत्र, सफीदों: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ऐलनाबाद चुनावों में भारतीय किसान यूनियन ने किसी भी पार्टी या उसके प्रत्याशी को कोई समर्थन दिया है। केवल वहां पर किसी द्वारा किसानों की पंचायत को दिया गया उसका सामान लौटाया है। टिकैत ने कहा कि वे पंचायत व गांवों में आपस में सामान का आदान-प्रदान करने में विश्वास रखने वाले व्यक्ति हैं। पंचायत में कोई व्यक्ति अपनी गठरी सौंपकर गया था। उन्होंने सिर्फ उस गठरी को वापस लौटाया है। इसमें किसी को समर्थन देने या ना देने वाली बात कहां से आ गई।
शुक्रवार को उपमंडल के गांव करसिधू में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में जब जनता उन्हें वोट ही नहीं देना चाहती तो भाजपा के नेता सुरक्षा के पीछे छिपकर वहां पर क्या करने जा रहे हैं। भाजपा नेता अपने घर पर बैठें, जिसे उन्हें वोट देना होगा दे देगा। ऐलनाबाद चुनाव में भाजपा का प्रत्याशी बुरी तरह से हारेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आसानी से मानने वाली नहीं है और यह आंदोलन बहुत लंबा चलने वाला है। किसानों को चाहिए कि वे अपने खेतों व परिवारों का ध्यान रखने के साथ किसान आंदोलन में भी समय जरूर लगाएं। आंदोलन में दाल, चीनी, आटा, लस्सी व दूध लेकर जरूर लेकर जाएं ताकि इस राशन के बलबूते पर आंदोलन सुचारु रूप से चलता रहे। टिकैत ने शुक्रवार को गांव करसिधू में मृतक किसान दुष्यंत खर्ब व गांव रोहढ़ के मृतक किसान चरणजीत सिंह के स्वजनों को ढांढस बंधाया। ये दोनों किसान आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे थे। टिकैत ने कहा कि इन दोनों युवा किसानों के निधन से संगठन व समाज को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसकी भरपाई कभी भी नहीं हो सकती। टिकैत ने कहा कि चरणजीत के स्वजनों को भाकियू एक लाख रुपये आर्थिक मदद दी जाएगी। --भाजपा ने समाज व परिवारों को तोड़ा
सफीदों के गांव करसिधु में राकेश टिकैत ने भाजपा को तोड़फोड़ करवाने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि इस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में हिदू-मुस्लिम, हरियाणा में जाट-नान जाट, गुजरात में पटेल-नान पटेल, महाराष्ट्र में मराठा-नान मराठा करवाया। ये यहीं पर नहीं रुके और इन्होंने बिहार के अंदर लालू प्रसाद यादव का परिवार, उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव का परिवार और हरियाणा में चौटाला परिवार तक तुड़वाकर रख दिया है।