किसान आंदोलन बना जनआंदोलन : बरसोला
खटकड़ टोल पर किसानों के धरने की अध्यक्षता सूरजभान खटकड़ ने की। सांकेतिक भूख हड़ताल पर होशियारा बड़ौदी सत्ता खटकड़ रामफल रूपगढ़ कृष्ण खटकड़ ईश्वर खटकड़ रहे।
संवाद सूत्र, उचाना : खटकड़ टोल पर किसानों के धरने की अध्यक्षता सूरजभान खटकड़ ने की। सांकेतिक भूख हड़ताल पर होशियारा बड़ौदी, सत्ता खटकड़, रामफल रूपगढ़, कृष्ण खटकड़, ईश्वर खटकड़ रहे। खेड़ा खाप प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि किसान आंदोलन जन आंदोलन बन चुका है। सरकार ने काफी कोशिश आंदोलन को तोड़ने की अब तक की है। लेकिन कोई भी कोशिश आज तक कामयाब नहीं हुई। आंदोलन निरंतर मजबूत हो रहा है। खटकड़ टोल पर किसानों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। तीनों कृषि कानून वापिस होने के बाद ही किसान की घर वापसी होगी।
इस मौके पर बिजेंद्र सिधु, रणधीर चहल, अनीष खटकड़, जयप्रकाश, प्रताप, उमेद, जंगीर पालवां, प्रदीप, रामचंद्र फौजी, नारायण शर्मा, चंद, सूबे सिंह, सूरजमल, मेवा करसिधु, ईश्वर मौजूद रहे।
इनेलो किसान आंदोलन के साथ: कुंडू
संसू, उचाना : महाराजा अग्रसेन मंदिर में इनेलो कार्यकर्ताओं की बैठक हलकाध्यक्ष बलराज नगूरां की अध्यक्षता में बैठक हुई। मुख्यातिथि जिलाध्यक्ष रामफल कुंडू रहे। अनिल कुमार जैन को शहरी प्रधान मनोनित करने की घोषणा इनेलो व्यापार सेल के प्रदेशाध्यक्ष सतीश जैन ने की।
28 जून को इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की अध्यक्षता में जींद में होने वाली बैठक को लेकर चर्चा की गई। हलके के गांवों को छह जोन में बांटा गया। एक जोन में 11 गांवों को शामिल किया गया।
सत्ता डूमरखां, सुरेश सुरबरा, अनुरूद्ध खटकड़, बलवंत छातर, वेद, पूर्व सरपंच प्रेम नगूरां को अलग-अलग जोन के प्रभारी मनोनित किया गया। रामफल कुंडू ने कहा कि इनेलो किसान आंदोलन के साथ है। अभय सिंह चौटाला पूरे देश में पहले ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने किसानों के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दिया। वो जो कहते हैं वो करते हैं। आज गठबंधन सरकार से हर वर्ग के लोग तंग हैं। सात महीने से अधिक समय किसानों को अपनी मांगों के लिए धरना देते हो गया है। जो किसानों की मांगे हैं, उनको केंद्र सरकार माने। इस मौके पर वेद मुंडे, सूबे सिंह लोहान, कर्ण सिंह चहल, बलवंत छातर, वीरभान झील, वकील करसिधु मौजूद रहे।