खेत के बाद अब मंडी में किसान दे रहे पशुओं से फसल को बचाने के लिए पहरा
खेत के बाद अब किसानों को घुमंतू पशुओं से मंडी में भी अपनी फसल को बचाने के लिए पहरा देना पड़ रहा है। कुछ दिनों से मंडी में बेसहारा गोवंश की संख्या बढ़ रही है।
संवाद सूत्र, उचाना : खेत के बाद अब किसानों को घुमंतू पशुओं से मंडी में भी अपनी फसल को बचाने के लिए पहरा देना पड़ रहा है। कुछ दिनों से मंडी में बेसहारा गोवंश की संख्या बढ़ रही है। मंडी में धान की फसल की ढेरी पर घुमंतू पशुओं का झूंड पहुंच जाता है। किसानों को फसल के पास रह कर उसकी रखवाली करनी पड़ रही है। किसानों के साथ-साथ आढ़ती भी परेशान हैं। मार्केट कमेटी प्रशासन से आढ़तियों, किसानों ने मांग की कि मंडी में पशुओं को मंडी से बाहर निकालने के लिए फसल के सीजन में अस्थाई कर्मचारी रखे ताकि किसान, आढ़ती को हो रही परेशानी दूर हो। सूबे सिंह, बलवान, जगफूल, रामचंद्र ने कहा कि पहले खेतों में दिन, रात पहरा देकर किसान घुमंतू पशुओं से अपनी फसल को बचाते हैं। अब मंडी में आने के बाद भी जब तक उनकी फसल नहीं बिकती, तब तक पहरा देना पड़ रहा है। मार्केट कमेटी सचिव जोगिद्र सिंह ने कहा कि दो अस्थाई कर्मचारियों की परमिशन आई है। दो कर्मचारी रखे हुए हैं, किसानों की मांग पर ओर कर्मचारी रखने के लिए परमिशन ली जाएगी।